लुधियाना में पटाखे दिखा बच्चों को किडनैप करने वाला शातिर अपराधी गिरफ्तार, खुद को पापा कहलवाकर मंगवाता था भीख
आरोपित रिक्शा रेहड़ा पर पटाखे रख कर विभिन्न मोहल्लों में घूमता था। अकेले खेल रहे बच्चे को मीठी बातों में उलझाकर पटाखे दिलाने का लालच देकर रिक्शा रेहड़ा पर बिठा लेता। फिर वो उनसे भीख मंगवाता बोरा देकर कबाड़ बीनने का काम कराता था।
लुधियाना, जेएनएन। जिला पुलिस ने एक ऐसे शातिर व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो बच्चों को अगवा करके उनसे भीख मांगने तथा कचरा बीनने का काम करवाता था। किसी को शक न हो, इसके लिए वो बच्चों से खुद को पापा कहलवाता था। अब तक वो शहर में छह बच्चों को अगवा कर चुका है। अब थाना जमालपुर पुलिस ने उसके कब्जे से दो बच्चों को मुक्त कराया है। जबकि तीन बच्चे खुद व खुद उसके चंगुल से आजाद होेकर पहले ही अपने घराें में पहुंच चुके हैं। जबकि एक अन्य बच्चे की तलाश के लिए पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी हुई है।
ज्वाइंट सीपी कंवरदीप कौर ने बताया कि आरोपित की पहचान शेर पुर फुटपाथ पर रहने वाले कृष्णा के रूप में हुई। वो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जोनपुर का रहने वाला है। थाना जमालपुर पुलिस ने भामियां खुर्द की महावीर कालोनी निवासी सोनू कुमार की शिकायत पर 12 अक्टूबर को एक केस दर्ज किया था। जिसमें उसने बताया कि 11 अक्टूबर को बाहर गली में खेल रहा मुनीश कुमार (4) अचानक लापता हो गया। उसे आशंका है कि किसी ने अपने निजी स्वार्थ के लिए उसे अगवा कर बंधक बना रखा है। जिसके बाद पुलिस की टीम बच्चे की फोटो लेकर लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी। सोमवार उन्हें तब सफलता मिली, जब उन लोगों ने शेरपुर मार्केट आरोपित को काबू कर लिया। उसके कब्जे से मुनीश कुमार के साथ एक गोलू (8) नाम का और बच्चा मिला। पुलिस को छानबीन के दौरान पता चला कि थाना फोकल प्वाइंट पुलिस ने 13 अक्टूबर को गोलू और विकास (4) को अगवा करने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर रखा है। कृष्णा ने ही दोनों बच्चों को अगवा किया था। विकास भी उसके पास था। मगर फिलहाल पुलिस उसे बरामद नहीं कर सकी है। कंवरदीप कौर ने कहा कि रिमांड के दौरान पुलिस विकास के बारे में उससे उगलवाएगी।
22 सितंबर को फोकल प्वाइंट इलाके से विक्रम कुमार (9) लापता हो गया था। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में कृष्णा उसे उठा कर ले जाते हुए नजर आ गया था। मगर विक्रम उसे चकमा देकर उसके कब्जे से छूट कर वापस अपने माता पिता के पास आ गया था। 6 दिसंबर 2019 को फोकल प्वाइंट इलाके से सूरज कुमार (10) तथा करण कुमार (10) गुम हो गए थे। मगर दोनों बच्चे उसकी हिरासत में से निकल कर वापस अपने घरों में पहुंच गए थे। उस समय दर्ज हुए मामले में थाना फोकल प्वाइंट पुलिस को उसकी तलाश है।
थाना प्रभारी हरजिंदर सिंह ने बताया कि आरोपित बेहद शातिर किस्म का अपराधी है। वो रिक्शा रेहड़ा पर पटाखे रख कर विभिन्न मोहल्लों में घूमता था। अकेले खेल रहे बच्चे को मीठी बातों में उलझाकर पटाखे दिलाने का लालच देकर रिक्शा रेहड़ा पर बिठा लेता। फिर वो उनसे भीख मंगवाता, बोरा देकर कबाड़ बीनने का काम कराता था। काम नहीं करने पर उनके साथ मारपीट किया करता था। किसी को शक न हो, इसके लिए वह बच्चों से खुद को पापा कहलाता। आरोपित से की जा रही पूछताछ में अहम खुलासे होने की संभावना है।