Move to Jagran APP

Vegetables Price: किसान आंदोलन से पंजाब में गिरे सब्जियों के दाम, लुधियाना में गाेभी दाे रुपये किलाे

Farmer Protests पंजाब में सब्जियों के दाम अचानक गिरने से लाेगाें ने राहत की सांस ली है। लुधियाना की मंडी में साथ लगते जिलों के किसान भी सब्जियां लेकर पहुंच रहे। शादियों का सीजन नहीं होने व सब्जियां दिल्ली नहीं जा पाने से किसान परेशान है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 08:45 AM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 08:55 PM (IST)
Vegetables Price: किसान आंदोलन से पंजाब में गिरे सब्जियों के दाम, लुधियाना में गाेभी दाे रुपये किलाे
किसान आंदोलन की मार अब किसानों पर पड़ रही है। (जागरण)

लुधियाना, [लेखराज ठाकुर]। Farmer Protests: कोविड-19 और किसान आंदोलन की मार अब पंजाब के सब्जी उत्पादक किसानों पर पड़ रही है। सब्जियों का रेट अर्श से फर्श पर आ गया है, जिससे किसानों को उनकी मेहनत का मोल तक नहीं मिल रहा। हालात यह है कि लुधियाना की सब्जी मंडी में गाेभी दाे रुपये किलाे बिक रही है। सर्वाधिक नुकसान गोभी उगाने वाले किसानों को भुगतना पड़ रहा है।

prime article banner

डिमांड कम और पैदावार अधिक होने के कारण मंडियों में गोभी के ढेर लगे हुए हैं। होलसेल में गोभी के दो से तीन रुपये प्रति किलो में भी किसानों को खरीदार नहीं मिल रहे। उन्हें इसे बेचने के लिए पूरा दिन मंडियों में गुजारना पड़ रहा है।

लुधियाना की सब्जी मंडी में लगे गाेभी के ढ़ेर। (कुलदीप काला)

टमाटर-प्याज को छोड़कर अन्य सब्जियों की बात करें तो इनके दाम में भी काफी कमी आई है। किसानों के लिए चिंता की बात यह भी है कि अब आगे शादियों की सीजन नहीं है और उनके खेत सब्जियों से भरे पड़े हैं। किसानों का कहना है कि दिल्ली में चल रहे आंदोलन का भी असर पड़ा है। पहले जो सब्जी यहां से दिल्ली की मंडी में जाती थी, वह भी यहीं बेचनी पड़ रही है। दूसरा हरियाणा के किसान भी दिल्ली आंदोलन के कारण लुधियाना की मंडी में आकर सब्जियां बेच रहे हैं। इसी वजह से भी वहां पर उन्हें सही रेट नहीं मिल रहा है।

यह भी पढ़ें : Punjab Night Curfew Extension News: पंजाब में नाइट कर्फ्यू 1 जनवरी तक रहेगा जारी, कैप्टन अमरिंदर ने दिए सख्ती के निर्देश

दूसरे जिलों से लुधियाना मंडी में आ रही गोभी
लुधियाना में पंजाब की सबसे बड़ी सब्जी मंडी है। यहां लुधियाना के आसपास के इलाकों के अलावा मोगा, बठिंडा, पटियाला, संगरूर, मालेरकोटला आदि जगहों के किसान भी सब्जी बेचने आते हैं। हालांकि इतनी दूर से यहां आने के बावजूद किसानों को सब्जी का सही दाम न मिल पाने से वे निराश हैं।

यह भी पढ़ें : पंजाब में सीरो सर्वे की रिपोर्ट जारी, 24.19 फीसद आबादी आई कोरोना की चपेट में

कहीं नहीं मिल रहा गोभी का सही दाम
मोगा से गोभी की ट्राली लेकर आए रंजीत सिंह का कहना है कि उन्होंने 60 किले खेत में गोभी लगा रखी है। उनके गांव में दूसरे किसानों ने भी काफी गोभी लगा रखी है, लेकिन कहीं भी गोभी का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। इसकी दो मुख्य वजह हैं। एक तो शादी का सीजन नहीं है और दूसरा दिल्ली जाने वाली सब्जियां अब नहीं जा रही हैं।

यह भी पढ़ें : हरियाणा में भ्रष्टाचार में फंसे 24 अफसर, कर्मचारियों, सरपंचों व बिल्डरों पर शिकंजा, रिकवरी के आदेश

सब्जी थोक (रु. प्रति किलो) रिटेल (रु. प्रति किलो)
गोभी 2-3 10
गाजर 5 10
मटर 15 40
घीया 15 30
भिंडी 20 30
मूली 5 10
करेला 30 40
शिमला 30 50
बींस 30 40
खीरा 25 40
आलू 20 30
प्याज 30 40
नींबू 20 30
अदरक 30 40
पत्ता गोभी 10 20
हरी मिर्च 40 60

यह भी पढ़ें : 100वें जन्मदिन पर कर्नल (रिटा.) पृथीपाल ने ताजा की पुरानी यादें, कहा- जंग में भी चोरी करते थे पाकिस्तानी फौजी

 यह भी पढ़ें : गोभी का भाव गिरा तो लुधियाना के खन्ना में किसान ने चार एकड़ फसल पर चलाया ट्रैक्टर

यह भी पढ़ें : केबीसी में चडीगढ़ की अनु चौहान ने जीते 25 लाख, अब तीन बेटियों को पढ़ाकर बनाएंगी काबिल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.