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Stubble management: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर बोले, पराली प्रबंधन के लिए राज्य भी दिखाएं गंभीरता

Stubble management केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि पराली प्रबंधन के लिए केंद्र प्रयास कर रहा है। राज्य सरकारें भी इसमें गंभीरता दिखाएं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 02:15 PM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 08:19 AM (IST)
Stubble management: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर बोले, पराली प्रबंधन के लिए राज्य भी दिखाएं गंभीरता
Stubble management: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर बोले, पराली प्रबंधन के लिए राज्य भी दिखाएं गंभीरता

जेएनएन, लुधियाना। Stubble management: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि पराली प्रबंधन को लेकर केंद्र सरकार ने अपने स्तर पर प्रयास किए हैं। किसानों को लभगग 56 हजार मशीनरी बांटी गई है। केंद्र सरकार और भी कई प्रयास कर रही है। इन्हींं प्रयासों में एक प्रयास होगा कि पराली का प्रबंधन इंडस्ट्री के रूप में किया जाए, जिससे किसानों को फायदा पहुंचे। इस योजना पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारों को भी पराली प्रबंधन को लेकर गंभीरता दिखानी होगी।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार अकेले कुछ नहीं कर सकती है। केंद्र सरकार योजनाएं और पैसा दे सकती है। लेकिन योजनाओं और पैसे को किस तरह लागू करना है, ये राज्यों पर निर्भर है। तोमर लाडोवाल में भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान का नींव पत्थर रखने पहुंचे थे।

पंजाब में पानी का दोहन नहीं, बल्कि हो रहा शोषण

केंद्रीय मंत्री पंजाब में पानी के लगातार गिर रहे जलस्तर पर भी बोले। उन्होंने कहा कि पंजाब में पानी का अत्याधिक दोहन नहींं, बल्कि शोषण हो रहा है। किसानों को समझना होगा कि अगर इसी तरह से पानी बर्बाद होता रहा, तो भविष्य में कृषि के लिए संकट पैदा हो सकता है।

तोमर ने कहा कि पंजाब के किसानों को पानी बचाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए कृषि विविधीकरण को अपनाना चाहिए। केंद्र सरकार कृषि विविधीकरण को लेकर काफी योजनाएं चला रही है। ऐसे में पंजाब को उन योजनाओं का लाभ लेकर जल प्रबंधन में भी देश का सिरमौर बनने की मिसाल पेश करनी चाहिए।

मंत्री बोले, दिल्ली में प्रदूषण के लिए अकेली पराली जिम्मेदार नहीं

वहीं दिल्ली में प्रदूषण के सवाल पर उन्होंने कहा कि अकेले पराली जिम्मेदार नही है। दिल्ली के प्रदूषण के लिए कई और कारण भी हो सकते है। उन कारणों का पता लगाकर उचित समाधान ढूंढना चाहिए।

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