बरनाला में बेरोजगार पीटीआइ अध्यापकों ने की बैरीकेट्स फांदने की कोशिश, पुलिस से धक्का-मुक्की
पंजाब में बेराेजगार अध्यापक सड़काें पर उतर गए हैं। बेरोजगार अध्यापक यूनियन के प्रांतीय प्रधान गुरलाभ सिंह ने कहा कि विभाग ने 2011 में 646 पीटीआई अध्यापकों की भर्ती निकाली गई थी जिसे अब तक भरा नहीं गया है।
जागरण संवाददाता, बरनाला। बेरोजगार 646 पीटीआइ अध्यापक यूनियन ने मांगों को लेकर रविवार को शिक्षा व खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर की काेठी की तरफ रोष मार्च करते हुए नारेबाजी की। पुलिस की तरफ से बेरोजगार अध्यापकों को रोकने के लिए कोठी के चारों तरफ बैरिकेटिंग की हुई थी। इस दौरान शिक्षा मंत्री की कोठी में जाने की कोशिश कर रहे बेरोजगार अध्यापकों की पुलिस कर्मचारियों से धक्कामुक्की भी हुई। बेरोजगार अध्यापकों ने रोष प्रकट करते हुए बैरीकेट्स फांदने की कोशिश की तो बेरोजगार अध्यापकों व पुलिस के मध्य तकरार बढ़ गई। इसके उपरांत बेरोजगार अध्यापकों ने बैरीकेट्स के सामने धरना देकर पंजाब सरकार व शिक्षा मंत्री के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए।
बेरोजगार अध्यापक यूनियन के प्रांतीय प्रधान गुरलाभ सिंह, कमल मानसा, पवित्र कौर, सिप्पी शर्मा,राजपाल जलालाबाद ने कहा कि विभाग द्वारा 2011 में 646 पीटीआई अध्यापकों की भर्ती निकाली गई थी, जोकि अभी तक अधर में लटक रही है। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट में केस जीतने के बाद भी उनकी मांगोंं को पूरा नहीं किया गया है। आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने से पहले बेरोजगारों से नौकरी देने के वादे किए परंतु अब सुध नहीं ले रही है। उन्होंंने मांग की कि उनकी मैरिट लिस्ट तुरंत जारी की जाए।
ओवरएज बेरोजगार अध्यापकों ने बैठक का समय मिलने पर किया धरना किया रद
बरनाला। ओवरएज बेरोजगार यूनियन ने पैनल बैठक का समय मिलने के बाद शिक्षा मंत्री मीत हेयर की कोठी के बाहर लगाया धरना रविवार को रद करने का एलान किया। यूनियन के प्रांतीय प्रधान रमन कुमार ने कहा कि यूनियन को 26 मई को शिक्षा मंत्री से पैनल बैठक का समय मिला है। उन्होंंने कहा कि यदि बैठक में आयु वर्ग में बढ़ावा करके ओवरएज बेराेजगार अध्यापकों को मास्टर कार्डर 4161 पदों पर अप्लाई न करवाया गया तो शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव करके पक्का मोर्चा लगाकर मरण व्रत शुरु किया जाएगा। इस मौके प्रांतीय प्रेस सचिव निक्का सिंह, डा. नवजोत सिंह, इंद्रजीत सिंह, सुखपाल सिंह, सुखपाल सिंह धूरी, ललिता, किरनजीत कौर, कमलजीत कौर व सुखपाल कौर मानसा आदि उपस्थित थे।