मलेशिया में यातनाएं झेल रहे दो युवक घर लौटे
अपने परिवारों के बेहतर भविष्य के लिए विदेशों में रोजगार की तलाश में जब पंजाब के नौजवान जो वहां पर नर्क बनी जिदगी जीने के लिए मजबूर थे।
जेएनएन, रायकोट : अपने परिवारों के बेहतर भविष्य के लिए विदेशों में रोजगार की तलाश में जब पंजाब के नौजवान जो वहां पर नर्क बनी जिदगी जीने के लिए मजबूर थे। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के प्रयासों से पंजाब लौट आए हैं। रायकोट हल्के से संबंधित गांवों व सुखाना और रामगढ़ सिवीआ के इन युवकों ने अपनी आप बीती सुनाते हुए बताया कि वह एजेंटों के माध्यम से मलेशिया गए थे। जो एजेंटों द्वारा गलत जानकारी देकर भेजने के कारण वहां की जेलों में बंद रहे।
युवक जगप्रीत सिंह संग सुखाना ने बताया कि वह दिसंबर 2018 में टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया गया था। वहां जाकर परमिट हासिल किया, लेकिन 14 नवंबर 2019 को उसको पैकिग का काम करते समय वहां की पुलिस ने पकड़ कर जेल में भेज दिया। वहां पर चार महीने की सजा भुगतने के बाद उसको चार फरवरी 2020 को मलेशिया के शहर सरवण लिगग कैंप में भेज दिया। इसी तरह दूसरे जगह दलजीत सिंह रामगढ़ शिविर ने बताया कि वह अक्टूबर 2019 में पर मलेशिया गया था।
जहां से उसको 18 फरवरी 2020 को वहां की पुलिस ने पकड़ लिया। उसके बाद उसे 27 फरवरी से 17 मार्च तक वहां की जेल में रखा गया। उसके बाद उसे भी कैंप में भेज दिया। जहां पर दो हजार से ज्यादा विदेशी युवक ठहरे हुए थे। जिसमें से 450 के करीब भारतीय और 50 के करीब पंजाबी नौजवान थे। वहां पर उनके साथ अमानवीय व्यवहार होता था। जैसे तैसे उन्होंने अपने साथ होने वाले इस व्यवहार के बारे में पंजाब में अपने माता पिता को बताया। जिसके बाद उन्होंने यूथ अकाली दल देहाती के प्रधान प्रभजोत सिंह धालीवाल के माध्यम से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल से गुहार लगाई। जिसके चलते ही वह आज अपने घरों में आ सके हैं। आज युवकों के अपने घर पर अपने पर उनके परिवारों में खुशी का माहौल पाया जा रहा है।
इस समय विशेष तौर पर पहुंचे यूथ अकाली दल जिला लुधियाना देहाती के प्रधान प्रभजोत सिंह धालीवाल, हलका इंचार्ज बलविदर सिंह संधू, सर्कल जत्थेदार गुरबचन कालू गगन छना, सनी रायकोट ने कहा कि अकाली दल हमेशा ही नौजवानों के साथ है। जो भी अन्य कोई युवक विदेशों में फंसा है उसको भी जल्द से जल्द भारत लाया जाएगा।