लुधियाना सेंट्रल जेल में फेंके नशीली दवाओं के दो पैकेट, साढ़े पांच हजार नशीली गोलियां बरामद
सेंट्रल जेल में नशा व मोबाइल मिलने का सिलसिला बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस व सीआरपीएफ एक रास्ता बंद करते हैं तो अपराधी उसके लिए नया रास्ता निकाल लेते हैं। अब सेंट्रल जेल में फैंके के रास्ते से नशीली दवाएं भेजी गईं।
लुधियाना, जेएनएन। सेंट्रल जेल में नशा व मोबाइल मिलने का सिलसिला बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस व सीआरपीएफ एक रास्ता बंद करते हैं, तो अपराधी उसके लिए नया रास्ता निकाल लेते हैं। अब सेंट्रल जेल में फैंके के रास्ते से नशीली दवाएं भेजी गईं। मगर वो कैदियों व हवालातियों के हाथ लगने से पहले ही जेल गार्द की नजरों में आ गए।
सूचना मिलने पर पहुंची थाना डिवीजन नंबर 7 की ताजपुर चौकी पुलिस ने उन्हें कब्जे में लेकर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज करके छानबीन शुरू की है। एएसआइ राजिदंर सिंह ने बताया कि उक्त केस सहायक जेल सुपरिंडेंटेंट अब्दुल हमीद की शिकायत पर दर्ज किया गया। पुलिस को भेजी अपनी रिपोर्ट में उसने बताया कि 27 अप्रैल को सेंट्रल जेल की दीवार के पास गश्त कर रही थी।
इसी दौरान ब्रोस्टल जेल की दीवार के पास टावर नंबर 6 के पास 2 पैकेट पड़े हुए मिले। उन्हें खोल कर चेक किया गया तो उनमें से संतरी रंग की 5500 नशीली गोलियां बरामद हुईं। राजिंदर सिंह ने कहा कि इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के माध्यम से पता लगाया जाएगा कि वह पैकेट जेल में अंदर कौन फेंक कर गया है।
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महानगर में बिना वेरिफिकेशन किरायेदारों को कमरे देने के आरोप में थाना मेहरबान पुलिस ने व्यक्ति को गिरफ्तार किया। एएसआइ गुरप्रीत सिंह के मुताबिक आरोपित माडल कालोनी की गली नंबर नौ निवासी राशिम मियां है। पुलिस को मंगलवार सूचना मिली थी कि आरोपित ने माडल कालोनी इलाके में एक मकान बना रखा है। इसके पांच कमरों में उसने जिन प्रवासी मजदूरों को किराएदार रखा है, उनकी पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।