Move to Jagran APP

सगे भाइयों ने कारोबार हड़पने के लिए कागजों में पिता को मारा, आढ़ती को लगाया करोडो़ं का चूना

आढ़ती को डराने के लिए आरोपित भाई खुद ही पुलिस के पास शिकायत करने पहुंच गए। शिकायत के साथ उन्होंने दो दस्तावेज लगाए जांच में वह फर्जी पाए गए।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 02:32 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 02:32 PM (IST)
सगे भाइयों ने कारोबार हड़पने के लिए कागजों में पिता को मारा, आढ़ती को लगाया करोडो़ं का चूना
सगे भाइयों ने कारोबार हड़पने के लिए कागजों में पिता को मारा, आढ़ती को लगाया करोडो़ं का चूना

लुधियाना, जेएनएन। फ्रूट मंडी के एक आढ़ती ने शायद कभी सपने में भी न सोचा होगा कि जिन दो सगे भाईयों को उसने कामकाज संभालने के लिए रखा हुआ है, वे पूरा कारोबार ही हड़प लेंगे। आढ़ती को इसका पता तब चला, जब वह कारोबार का हिसाब करने फगवाड़ा पहुंचा। चेक करने पर सामने आया कि दोनों आरोपित उसे करोड़ों रुपये का चूना लगा चुके हैं। मामला जब पुलिस के पास पहुंचा तो आरोपितों ने कारोबार पर अपना दावा पेश करते हुए फर्जी इकरारनामा और अंडरटेकिंग के दस्तावेज पेश कर दिए। दस्तावेजों बनवाते समय उन्होंने अपने जीवित पिता को मृतक दिखा दिया। पुलिस ने दोनों आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

loksabha election banner

एएसआई जिंदर लाल ने बताया कि आरोपितों की पहचान हरबंसपुरा निवासी रवि कुमार तथा उसके भाई गुलशन कुमार के रूप में हुई। पुलिस ने जालंधर बाइपास स्थित नई दाना मंडी इलाके में रहने वाले आढ़ती साहिब सिंह की शिकायत पर केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि लुधियाना सब्जी मंडी और फगवाड़ा में उसका फ्रूट्स का कारोबार है, जिसे दोनों आरोपित भाई देखते हैं। साल 2014-15 में जब उसने फगवाड़ा वाले कारोबार का हिसाब किया, तो उसमें बहुत सारी गड़बड़ियां नजर आईं। जांच करने पर पता चला कि आरोपितों ने उसके साथ एक करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी मारी है। विरोध करने पर आरोपितों ने उसके खिलाफ लुधियाना व फगवाड़ा पुलिस में झूठी शिकायतें देना शुरू कर दिया।

अपने ही बिछाए जाल में ऐसे फंसे आरोपित

उनमें से एक शिकायत 5 दिसंबर 2018 को दी गई। शिकायत के साथ दोनों भाईयों ने फर्जी इकरारनामा और अंडरटेकिंग के दस्तावेज भी पेश किए। पुलिस जांच में दस्तावेजों पर किए हस्ताक्षर साहिब सिंह के न होकर फर्जी पाए गए। इसके अलावा 23 फरवरी 2018 को बनाए एक दस्तावेज में उन्होंने अपने पिता को स्वर्गीय तरलोक शर्मा लिख दिया, जबकि उनके पिता का अगस्त 2019 में देहांत हुआ था। जांच के दाैरान आरोप सही पाए जाने पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.