समराला तहसील के 23 सेवा केंद्र चार महीने से बंद, करोड़ों रुपये के जनरेटर और एसी हो रहे खराब
समराला तहसील के बंद पडे 23 सेवा केंद्रों मेंं जनरेटर, एसी, पंखे, फ र्नीचर, इंटरनेट, सजावट का सामान और आलीशान इमारतें खराब हो रहे हैं।
समराला, संस: समराला तहसील के बंद पडे 23 सेवा केंद्रों मेंं जनरेटर, एसी, पंखे, फ र्नीचर, इंटरनेट, सजावट का सामान और आलीशान इमारतें खराब हो रहे हैं जिनकी लागत करोड़ों रुपये है लेकिन सरकार इस बात से बेखबर है। इन सेवा केंद्रों को बंद हुए करीब 4 महीनों से ऊपर का समय हो चुका है। प्रशासन ने ऊपर से आई हिदायतों पर इन सेवा केंद्रोंं में से केवल कंप्यटर हार्ड डिस्क और जनरेटरों की बैटरियां ही अपने कब्जे में ली हैं। बंद पडे गांव भंगला के सेवा केंद्र में तो एसी चोरी होते होते बचा है। अगर मौके पर गांव निवासी न आते तो चोर एसी चोरी करने में सफल हो जाते। यह चोरी का मामला तो केवल भंगला गांव का है।
इन सेवा केंद्रों को बंद करने के बाद इसके सामान को संभालने की जिम्मेदारी सरकार की थी लेकिन सरकार इस बात से बेखबर है। जिक्रयोग है कि इन सेवा केंद्रों की देखरेख न होने के कारण इनकी इमारतें खंडहरों में तबदील हो रहीं हैं, अगर सरकार ने इस ओर कोई ध्यान न दिया तो इन सेवा केन्द्रों की इमारतें बनाने में लगा हुआ रुपया बेकार होगा। इस संबंध में एसडीएम गीतिका सिंह ने कहा कि जो हिदायतें उन्हें ऊपर से आतीं हैं उनके मुताबिक ही वह काम करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार द्वारा उन्हें कंप्यूटर और हार्ड डिस्क कब्जे में लेने के आदेश आए थे। वह कब्जे में ले लिए गए जब उन्हें बाकी सामान कब्जे में लेने के बारे हिदायत आएगी तो वह कब्ज़े में ले लेंगे।
सरकार ने बदला लेने की नीति अपनाई: अकाली दल
अकाली दल के शहरी प्रधान सुरेंद्र पाल सिंह ढिल्लों का कहना है कि सरकार ने बदला लेने की नीति के तहत जानबूझ कर करोड़ों रुपये का सामान खराब कर रही है और गांवों के लोग प्रशासनिक सुविधाएं लेने के लिए दर-दर भटक रहे हैंं।