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SGPC व सरकार में खींचतान, कैबिनेट मंत्री के कार्यक्रम में ग्रंथी व लंगर भेजने से किया इन्कार

गुरुपर्व खत्म होते ही 550वें प्रकाश पर्व को लेकर होने वाले समागमों पर सियासत शुरू हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री एक समारोह में पहुंचे तो एसजीपीसी ने न ग्रंथी भेजा और न लंगर।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 02:47 PM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 02:47 PM (IST)
SGPC व सरकार में खींचतान, कैबिनेट मंत्री के कार्यक्रम में ग्रंथी व लंगर भेजने से किया इन्कार
SGPC व सरकार में खींचतान, कैबिनेट मंत्री के कार्यक्रम में ग्रंथी व लंगर भेजने से किया इन्कार

फतेहगढ़ साहिब [धरमिंदर सिंह]। गुरुपर्व खत्म होते ही 550वें प्रकाश पर्व को लेकर होने वाले समागमों पर सियासत शुरू हो गई है। गुरु की चरण छू प्राप्त गांव ईसरहेल में बने गुरुद्वारे में गत दिवस आयोजित एक आयोजन के दौरान सरकार व SGPC में खींचतान देखने को मिली। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने गुरुद्वारे में पाठ करने के लिए अपना ग्रंथी भेजने से इन्कार कर दिया। इसके अलावा संगत के लिए लंगर भी नहीं भेजा। समारोह में स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू अतिथि थे। उन्होंने कहा कि SGPC ने अपनी भूमिका नहीं निभाई।

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मुख्यमंत्री के सलाहकार (योजना) व विधायक कुलजीत सिंह नागरा ने आरोप लगाया कि इस गुरुद्वारे में SGPC ने केवल गोलक रखी हुई है। बाकी के प्रबंध संगत खुद देखती है। दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि SGPC ने ग्रंथी नहीं भेजा, जबकि यह पहले से तय था कि SGPC समारोह में पूरा योगदान देगी। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में किसी भी अकाली नेता व SGPC सदस्य का न पहुंचना साबित करता है कि यह सब कुछ जानबूझकर किया गया।

मंच से जमकर लगाए आरोप

कैबिनेट मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि SGPC अभी तक गुरु साहिब की शिक्षाओं पर अमल नहीं कर सकी। विधायक नागरा ने कहा कि गुरुद्वारा साहिब के सारे प्रबंध करने से भी SGPC पीछे हट रही है।

एक मंच पर एकत्र होने थे सभी दलों के नेता

गांव के नंबरदार हरबंस सिंह ने कहा कि 12 नवंबर को गुरुद्वारा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद सभी दलों के नुमाइंदों को एक मंच पर इकट्ठा करने की कोशिश की गई थी। SGPC ने श्री अखंड पाठ साहिब का आयोजन करना था, लेकिन ग्रंथी भेजने से इन्कार कर दिया। वहीं, अकाली नेता जगदीप सिंह चीमा ने उन्हें फोन कर लंगर भेजने से भी मना कर दिया। 

आरोप नकारे, कहा-गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर ही बता सकते हैं

SGPC सदस्य रणधीर सिंह चीमा के बेटे व अकाली नेता जगदीप चीमा ने कहा कि उन्होंने किसी को फोन नहीं किया और न ही उन्हें ग्रंथी व लंगर भेजने से इन्कार करने की कोई जानकारी है। इस बारे में गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर ही बता सकते हैं। वहीं गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के मैनेजर नत्था सिंह ने कहा कि गुरुद्वारा साहिब का प्रबंध लोकल कमेटी चलाती है। लोकल कमेटी की तरफ से उन्हें न तो ग्रंथी भेजने के लिए कहा गया और न ही लंगर के लिए। किसी अन्य संस्था ने भी उनसे ग्रंथी व लंगर की मांग नहीं की। अगर उन्हें बताया जाता तो वे जरूर प्रबंध करते।

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