केंद्र सरकार की नीतियों से ट्रेड यूनियनें खफा, लुधियाना में 26 नवंबर काे हड़ताल कर जताएंगी राेष
किसान आंदोलन से जहां लाेगाें को राहत मिली है वहीं दूसरी तरफ वामपंथियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।सीटू के नेतृत्व में हजारों हजारों की तादाद में भट्ठा मजदूर हीरो साइकिल मजदूर व बजाज संस के मजदूर चक्का जाम करेंगे।
लुधियाना, जेएनएन। किसान आंदोलन से केंद्र सरकार को जहां राहत मिली है, वहीं अब वामपंथी संगठनाें व ट्रेड यूनियनाें ने मोर्चा खोलना शुरू कर दिया है। ट्रेड यूनियनों के आवाहन पर 26 नवंबर काे देशव्यापी हड़ताल की तैयारियां तेज कर दी हैं।
सीटू के नेतृत्व में हजारों हजारों की तादाद में भट्ठा मजदूर विराेध जताएंगे। हीरो साइकिल मजदूर, बजाज संस के मजदूर, हीरो इको टेक मंगली के मजदूर, आंगनबाडी, आशा वर्कर, मनरेगा मजदूर, रेहड़ी फड़ी मजदूर, लुधियाना में चक्का जाम करेंगे।
सीटू का अाराेप है कि सरकार की नीतियां आम जनता के विरोध में हैं। किसान व मजदूरों के विरोध में पास किए गए कृषि सुधार कानूनों के विरोध में यह हड़ताल की जा रही है। किसान और मजदूर विरोधी काले कानून वापस लेने की मांग को लेकर व लाकडाउन में बदहाल हुए मजदूरों व नौजवानों व आवाम को 7500 मासिक के हिसाब से छह माह तक का राशि दी जाए। जो आयकर से बाहर हाे। इसके साथ ही सार्वजनिक संपत्तियों काे बेचना सरकार तुरंत बंद करें।
मजदूरों का न्यूनतम वेतन 21000 लागू किया जाए। मनरेगा में साल का 200 दिन काम और मनरेगा को शहर तक जोड़ा जाए बढ़ती महंगाई पर रोक लगाया जाए जैसे तमाम मुद्दों को लेकर। सरकार की किसान मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगे।
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