पहले इंसान मरा, फिर इंसानियत
सड़क हादसे में मारे गए व्यक्ति की लाश के लिए वाहन का इंतजाम नहीं होने पर लोगों ने शव को रेहड़े पर रखकर सिविल अस्पताल पहुंचाया।
संवाद सहयोगी, समराला : सड़क हादसे में मारे गए व्यक्ति की लाश के लिए वाहन का इंतजाम नहीं होने पर लोगों ने शव को रेहड़े पर रखकर सिविल अस्पताल पहुंचाया। इस पूरे घटनाक्रम में इंसानियत मरती नजर आई।
दरअसल, सोमवार रात को बेअंत सिंह अपने दोस्त गोगी के साथ बाइक पर बीजा समराला की ओर जा रहा था। रात करीब साढ़े आठ बजे गांव दीवाला के पास उसे टिप्पर ने रौंद दिया। हादसे में बेअंत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गोगी बाल-बाल बच गया। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो उन्होंने आगे घरवालों को सूचित कर दिया। दो घंटे तक लाश वहीं पड़ी रही। इस दौरान लाश को ले जाने के लिए पुलिस से वाहन का इंतजाम ही नहीं हो पाया तो लोगो ने रेहड़े पर ही रखकर लाश सिविल अस्पताल पहुंचाई।
एएसआइ लखविदर सिंह व हाकम सिंह ने बताया कि एंबुलेंस ड्राइवर लाश ले जाने के लिए मना कर देते हैं, इसलिए उन्हें फोन नहीं किया गया। दूसरी तरफ, सिविल अस्पताल समराला के एसएमओ डा. तारकजोत ने कहा कि उनके पास लाश लाने के लिए वाहन नहीं है। इसकी जिम्मेदारी पुलिस की है।