आंधी से गिरे पेड़ों एक माह बाद भी नहीं उठा रहा वन विभाग
डेढ महीने पहले आई तेज आधी के कारण गिरे पेडों को संभालने की जिम्मेदारी से भाग रहा है वन विभाग। इसकी लापरवाही के कारण गिरे पेड लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रहे है। इससे बेखबर अधिकारी जगह जगह गिरे पेडों को अनदेखा करके अपने दफतरों मे लापरवाही से बैठ कर हादसे का इंतजार कर रहे है।
संवाद सहयोगी, समराला
डेढ़ महीने पहले आई तेज आधी के कारण गिरे पेड़ों को संभालने की जिम्मेदारी से वन विभाग भाग रहा है। विभाग की यह लापरवाही लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है।
वन विभाग के अधिकारी यह कह कर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं कि वह इस समय पौध रोपण में व्यस्त हैं। हालत यह है कि सड़कों पर गिरे पेड़ों की टहनियों को लोक काट ले गए हैं। अधिकारियों की लापरवाही के कारण वन विभाग को चूना लग रहा है।
जून में आई तेज आंधियों के कारण समराला वन रेंज के इलाके मे काफी संख्या में पेड़ गिरे थे, उसमे से विभाग ने सिर्फ 33 पेड़ ही इक्कठे किए है। बाकी सब विभाग की नर्सरी के साथ गुजर रहे रजवाहे पर और मिनी बाईपास की सड़क पर गिरे पड़े है, जो अब लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे है।
दूसरी तरफ रजवाहे पर गिरे पेड़ों को उठाने के लिए सिचाई विभाग वन विभाग को लगातार पत्र लिख कर कह रहा है कि यह गिरे हुए पेड़ रजवाहे में पानी के प्रवाह को रोक रहे हैं। सिचाई विभाग के बार बार पत्र लिखने के बाद भी वन विभाग पेड़ ना उठा कर सिचाई विभाग को ठेंगा दिखा रहा है।
सिचाई विभाग के जेई सुरजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने व एसडीओ जसप्रीत सिंह ने भी विभाग को कई पत्र लिखे लेकिन वन विभाग के अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया।
सोमवार को उठवा लेंगे पेड़
वन विभाग के रेंज अफसर सुखपाल सिंह का कहना है कि उन्होने आज ही चार्ज संभाला है। इसलिए उनको पेड़ गिरने के बारे मे कोई जानकारी नहीं है। लेकिन वह सोमवार को इन पेड़ों को हटा कर नर्सरी मे भेज देगें।