कमिश्नर ने लिया फेब्रिकेटिड टॉयलेट का जायजा, खामियां मिली
राज्य सरकार दो अक्तूबर को पूरे पंजाब को खुले में शौच मुक्त करने की योजना बना चुकी है। लुधियाना नगर निगम अभी खुले में शौच मुक्त घोषित नहीं हुआ। निगम ने इसके लिए शहर में 22 अलग अलग जगहों पर फेब्रिकेटिड टॉयलेट बनवाए हैं।
जासं, लुधियाना : राज्य सरकार दो अक्तूबर को पूरे पंजाब को खुले में शौच मुक्त करने की योजना बना चुकी है। लुधियाना नगर निगम अभी खुले में शौच मुक्त घोषित नहीं हुआ। निगम ने इसके लिए शहर में 22 अलग अलग जगहों पर फेब्रिकेटिड टॉयलेट बनवाए हैं। टॉयलेट बनवाए करीब 20 दिन हो गए लेकिन अभी तक निगम ने इन्हें चालू नहीं किया। बुधवार को निगम कमिश्नर कंवलप्रीत कौर बराड़ खुद फेब्रिकेटिड टॉयलेट की जांच करने पहुंची। जांच में उन्हें कई जगहों पर खामियां नजर आई। उन्होंने ओएंडएम सेल और हेल्थ ब्रांच के अफसरों को दो दिन में टॉयलेट को पूरी तरह से तैयार करने के आदेश दिए।
नगर निगम की हेल्थ ब्रांच ने 30 अगस्त तक सभी 22 यूनिट लगवा दिए थे। उसके बाद पहले बिजली कनेक्शन की वजह से काम लटका रहा। बाद में अफसरों ने काम पूरा होने का दावा किया। लेकिन पूरे शहर में एक भी टॉयलेट को शुरू नहीं किया जा सका। बुधवार को निगम कमिश्नर ने पहले जोन डी में सभी अफसरों के साथ बैठक की और उसके बाद वह अफसरों को साथ लेकर फील्ड में उतरी। कमिश्नर ने बताया कि उन्होंने लगभग सभी यूनिट जांचे हैं। जिसमें से कई जगहों पर खामियां पाई गई। उन्होंने बताया कि कई जगहों पर टॉयलेट के बाहर प्लेट फार्म नहीं बना था। उन्होंने बताया कि और भी छोटी छोटी कमियां भी थी। जिन्हें पूरा करवाने के लिए अफसरों को कह दिया है। कमिश्नर ने बताया कि जल्दी ही लुधियाना को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया जाएगा। सार्वजनिक शौचालयों का भी लिया जायजा
स्वच्छता सर्वेक्षण में सार्वजनिक शौचालयों के भी अंक मिलने हैं। इसलिए कमिश्नर ने अफसरों को हिदायतें जारी की थी कि वह समय समय पर पब्लिक टॉयलेट की भी जांच करें। बुधवार को कमिश्नर ने अलग अलग इलाकों में बने पब्लिक की साफ सफाई का भी जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ ओेएंडएम सेल के एसइ रजिंदर सिंह, रविंदर गर्ग, हेल्थ अफसर अश्विनी सहोता आदि मौजूद रहे।