शिक्षकों के रोष को देख पुलिस ने हटाए बैरिकेड
अध्यापकों को पूरे वेतन के साथ शिक्षा विभाग में रेगुलर करने व अध्यापकों से गैर शैक्षिक कार्य न लेने जाने जैसी मांगों को लेकर मंगलवार को सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब ने विधायक कुलदीप सिंह वैद्य के घर के बाहर धरना दिया। अध्यापकों ने सराभा नगर स्थित विधायक के घर के बाहर करीब डेढ़ घंटे तक सड़क के बीचों-बीच बैठकर पंजाब सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : अध्यापकों को पूरे वेतन के साथ शिक्षा विभाग में रेगुलर करने व अध्यापकों से गैर शैक्षिक कार्य न लेने जाने जैसी मांगों को लेकर मंगलवार को सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब ने विधायक कुलदीप सिंह वैद्य के घर के बाहर धरना दिया। अध्यापकों ने सराभा नगर स्थित विधायक के घर के बाहर करीब डेढ़ घंटे तक सड़क के बीचों-बीच बैठकर पंजाब सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए। हालांकि, पुलिस की ओर से अध्यापकों को विधायक के घर तक पहुंचने से रोकने के लिए रास्ते में दो जगहों पर बैरिकेड लगाए गए थे, लेकिन अध्यापकों के रोष को देखते हुए पुलिस ने खुद ही बाद में बैरिकेड हटा दिए। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस कर्मी मौजूद रहे।
इससे पहले अध्यापकों ने आरती चौक पर धरना दिया। वहां से पैदल मार्च निकालते हुए अध्यापक विधायक वैद्य के घर तक पहुंचे। अध्यापकों के पैदल मार्च की वजह से फिरोजपुर रोड पर करीब आधा घंटा जाम लगा रहा। अध्यापकों ने कहा कि पंजाब सरकार उनकी मांगें मानने की बजाय आए दिन तुगलकी फरमान जारी कर रही है। सरकार के आगे न झुकने वाले अध्यापकों को दूर के क्षेत्रों में ट्रांसफर किया जा रहा है। पंजाब सरकार मुलाजिमों के वेतन को घटाकर उनके साथ अन्याय कर रही है। अध्यापकों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को लेकर कोई कदम नहीं उठाया, तो वह अपने संघर्ष को और तेज करेंगे। इस मौके पर अमनदीप सिंह, हरजिंदर सिंह, टहल सिंह, अजीतपाल सिंह जस्सोवाल, प्रवीण कुमार, हरदेव सिंह, मनराज सिंह, चरण सिंह नूरपुर, सुरजीत सिंह, प्रभजीत सिंह रसूलपुर, सतनाम सिंह दौलतपुर, इकबाल सिंह, रमनजीत सिंह, सतीश सचदेवा, टेक चंद व अन्य मौजूद थे।