पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम से घाटे में टैक्सी ऑपरेटर्स
पेट्रोल एवं डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों से जहां आम आदमी हलकान है, वहीं टैक्सी ऑपरेटरों की भी सांस फूलने लगी हैं। पंजाब टैक्सी यूनियन ने मंगलवार को कांफ्रेंस कर चेतावनी दी है कि यदि पेट्रोल-डीजल को शीघ्र ही जीएसटी के दायरे में नहीं लाया गया तो टैक्सी, बस एवं ट्रक ऑपरेटर्स के साथ मिल कर आंदोलन करेंगे।
जासं, लुधियाना : पेट्रोल एवं डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों से जहां आम आदमी हलकान है, वहीं टैक्सी ऑपरेटरों की भी सांस फूलने लगी हैं। पंजाब टैक्सी यूनियन ने मंगलवार को कांफ्रेंस कर चेतावनी दी है कि यदि पेट्रोल-डीजल को शीघ्र ही जीएसटी के दायरे में नहीं लाया गया तो टैक्सी, बस एवं ट्रक ऑपरेटर्स के साथ मिल कर आंदोलन करेंगे।
यूनियन के चेयरमैन जयदीप सिंह ने कहा कि आज पेट्रोल के दाम 85.08 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 71.51 रुपये प्रति लीटर रही। हालत यह है कि पेट्रो उत्पादों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जबकि टैक्सी के किराए नहीं बढ़ पा रहे हैं। पिछले 5 साल से टैक्सी ऑपरेटर 12 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से ही किराया ले रहे हैं। कारोबार में सुस्ती और कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण किराए बढ़ नहीं पा रहे हैं। हालत यह है कि टैक्सी लुधियाना से चंडीगढ़ का 2200 रुपये भाड़ा ले रही है जबकि ओला उबर एक हजार रुपये में ही चंडीगढ़ छोड़ रही हैं। ऐसे में किराए बढ़ाना कतई संभव नहीं हो पा रहा, जबकि लागत लगातार बढ़ रही है। उनका कहना है कि ज्यादातर टैक्सी डीजल से चलती हैं, सस्ता होने के कारण ऑपरेटर ने डीजल की कारें खरीदीं, लेकिन अब वह भी महंगा हो रहा है। अब टैक्सी का कारोबार घाटे का सौदा हो गया है। उनका कहना है कि अब कारोबार करना लगातार मुश्किल हो रहा है। ऐसे में संघर्ष के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। इस अवसर पर यूनियन के सेक्रेटरी दविंदर पाल सिंह समेत कई सदस्य मौजूद रहे।