किसान आंदोलनः मालगाड़ियां न चलने से सप्लाई ठप, स्टील इंडस्ट्री में उत्पादन बंद होने की कगार पर
हालात ऐसे हैैं कि स्टील न मिल पाने के कारण दो से तीन दिन में कई इकाइयों में उत्पादन बंद हो सकता है। इंजीनियरिंग साइकिल फाउंडरी ट्रैक्टर पार्ट्स आटो पार्ट्स गार्डनिंग टूल्स सहित स्टील से संबंधित उत्पाद बनाने वाली कई कंपनियों में उत्पादन गिर गया है।
लुधियाना, मुनीश शर्मा। किसान आंदोलन के कारण 27 दिन से थमे मालगाडिय़ों के पहियों ने राज्य की स्टील इंडस्ट्री की रफ्तार पर ब्रेक लगा दी है। स्टील न मिल पाने के कारण इन इंडस्ट्री में उत्पादन बंद होने की कगार पर पहुंच गया है। हालात ऐसे हैैं कि दो से तीन दिन में कई इकाइयों में उत्पादन बंद हो सकता है। इंजीनियरिंग, साइकिल, फाउंडरी, ट्रैक्टर पार्ट्स, आटो पार्ट्स, गार्डनिंग टूल्स सहित स्टील से संबंधित उत्पाद बनाने वाली कई कंपनियों में उत्पादन गिर गया है।
इंडक्शन फर्नेंस एसोसिएशन के प्रधान केके गर्ग के अनुसार लुधियाना की 50 स्टील निर्माता इकाइयों को हर रोज आठ हजार टन स्टील की जरूरत पड़ती है। पिछले 20 दिन में कच्चे माल का स्टाक खत्म हो गया है। मांग अधिक होने के कारण पिछले 15 दिन में स्क्रैप के दाम 26 से बढ़कर 28.50 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। लुधियाना में हर महीने 1800 से अधिक स्टील स्क्रैप के कंटेनर आते थे। इस समय तीन हजार से अधिक कंटेनर गुजरात के मुद्रा, पिहावा, नावाशाहा में फंसे हुए हैं।
इंडस्ट्री से जुड़े जानकारों का कहना है कि पंजाब की इंडस्ट्री में स्टील व लोहा इंडस्ट्री की 70 फीसद हिस्सेदारी है। स्टील निर्माता कंपनियां आरती स्टील, एवन स्टील, एवन इस्पात, हीरो स्टील लिमिटेड और वर्धमान स्पेशल स्टील लुधियाना के अन्य उद्योगों के लिए एचआर क्वाइल, सीआर स्ट्रिप, सीआर शीट की डिलीवरी देने में असमर्थता जताने लगे हैं। अगर जल्द हालात न सुधरे तो पंजाब की अर्थव्यवस्था पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। बता दें कि मालगाड़ियां न चलने के कारण कोयले की सप्लाई न होने से पंजाब के सभी सरकारी और निजी थर्मल प्लांट बंद हैैं।
प्रधानमंत्री को लिखा पत्र, मुख्यमंत्री से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल
फेडरेशन आफ इंडस्ट्रीयल एवं कमर्शियल आर्गेनाइजेशन (फीको) के प्रधान गुरमीत सिंह कुलार और सुरिंदरा साइकिल के एमडी हरजीत सिंह सौंद का कहना है कि उत्पादन बंद होने की कगार पर है। कच्चा माल नहीं मिल रहा है। कई इकाइयों में दो से तीन दिन में उत्पादन बंद हो जाएगा। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप कर इंडस्ट्री को बचाने की मांग की गई है। जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी मिलेगा।