कोरोना काल में तनाव बना हाइपरटेंशन की वजह, लुधियाना में सर्वे में कई चौकाने वाले खुलासे
कोरोना महामारी के दौरान अत्याधिक तनाव लोगों में उच्च रक्तचाप की वजह बना। लुधियाना में कराए सर्वे में करीब 30 हजार लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित पाए गए।
लुधियाना [आशा मेहता]। भागदौड़ भरी जिंदगी में चिंताएं और तनाव लोगों को बीमारियों की चपेट में ले जा रही हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि सेहत विभाग की तरफ से किए गए सर्वे में सामने आए आंकड़े बता रहे हैं। इसमें पता चला है कि उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) तेजी से लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। कोरोना महामारी के दौरान अत्याधिक तनाव ही लोगों में उच्च रक्तचाप की वजह बना।
लुधियाना जिले के 30 साल से अधिक उम्र के 14 लाख 83 हजार 306 लोग इस सर्वे में शामिल हुए। करीब 30 हजार लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित पाए गए। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसे साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसकी वजह से कई दूसरी गंभीर बीमारियां जैसे जैसे हार्ट अटैक, किडनी फेलियर, स्ट्रोक, अधरंग आदि होने का खतरा बढ़ जाता है।
किस बीमारी से कितने लोग पीड़ित मिले
- 29888 लोग उच्च रक्तचाप से
- 21387 लोग शुगर से पीड़ित
- 2740 लोग दिल की बीमारी के मरीज
- 1085 लोग अस्थमा से पीड़ित
- 1182 लोग टीबी से
- 768 लीवर डिजीज से
- 726 क्रॉनिक किडनी बीमारी के
- 930 लोग कैंसर से पीड़ित
मई से जुलाई तक चला सर्वे
डिस्ट्रिक्ट फैमिली वेलफेयर ऑफिसर (डीएफडब्ल्यूओ) डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि यह डोर-टू-डोर सर्वे मई में शुरू हुआ और आठ जुलाई को खत्म हुआ। इनमें आशा वर्कर्स, एएनएम और वॉलंटियर्स शामिल रहे। इस दौरान टीमों ने लोगों से पूछा कि उन्हें कौन-कौन सी बीमारियां हैं। लोगों ने जिन बीमारियों के बारे में बताया, वह सारा डाटा एप में कवर किया गया। यह एक रियल टाइम डाटा है। हालांकि, टीम को ऐसे बहुत से लोगों का भी सामना करना पड़ा, जिन्होंने अपनी बीमारी के बारे में कुछ भी बताने से साफ इन्कार कर दिया।
1103 टीमें गांवों में और 572 टीमें वार्डों में जुटीं
- 6 लाख 74 हजार 425 लोग रूरल एरिया से शामिल हुए
- 8 लाख 8 हजार 581 लोग अर्बन एरिया से शामिल हुए
- 7 लाख 5 हजार 705 पुरुष थे
- 6 लाख 97 हजार 371 महिलाएं थीं
इसलिए करवाया गया सर्वे
डॉ. एसपी सिंह ने कहा कि सर्वे का मकसद डिसीज डाटा तैयार करना था। यह जानना था कि शहर में किस-किस बीमारियों से लोग अधिक पीड़ित हैं, जिससे डिसीज के अनुसार आगे जाकर हेल्थ पॉलिसी बनाने में मदद मिले। इसके अलावा यह डाटा कोविड मैनेजमेंट में भी मददगार साबित होगा।
वायरस के खतरे को बढ़ाती हैं ये बीमारियां
हाइपरटेंशन, डायबिटीज, हार्ट डिसीज व सांस की बीमारियां कोरोना वायरस के खतरे को बढ़ाती हैं। सेहत विभाग सर्वे रिकॉर्ड के अनुसार अलग-अलग डिसीज से पीड़ित लोगों को आशा वर्कर्स व एनएनम के जरिए जागरूक कर रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि कोरोना से संबंधित लक्षण महसूस हो, तो तुरंत जांच करवाएं।
सिविल सर्जन की सलाह
- कोरोना महामारी के दौरान हाइपरटेंशन, डायबिटीज, हार्ट व लीवर डिसीज व अस्थमा से पीड़ित मरीज इस समय विशेष ध्यान रखें। -ऐसे मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता स्वस्थ शरीर के मुकाबले कमजोर होती है।
- वे दवा समय पर लें।
- ब्लड प्रेशर व शुगर को नियंत्रण में रखने की कोशिश करें।
- अपना खानपान अच्छा रखें।
- घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।
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