लुधियाना में लावारिस कुत्तों का खौफ, कानून का हवाला देकर नगर निगम के अफसराें ने खड़े किए हाथ
लुधियाना शहर के आये दिन 40 से 50 डॉग बाइट के मामले सिविल अस्पताल में आते हैं। जबकि इससे ज्यादा मामले निजी अस्पतालों में चले जाते हैं। हाल ही में ताजगंज में एक आठ साल के बच्चे को कुत्तों ने नोच दिया और वह अस्पताल में भर्ती है।
लुधियाना, जेएनएन। शहर में आवारा कुत्ताें का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। शहरवासियाें को काटने की घटनाएं रोज सामने आ रही हैं।लोग नगर निगम को शिकायत करते हैं तो निगम अफसर कानून का हवाला देकर हाथ खड़े कर देते हैं।नगर निगम के इस रवैये ने शहरवासियों को और डरा दिया।
शहरवासी अब सरकार से मांग कर रहे हैं कि अगर कुत्तों के आतंक से लोगों को बचाने के लिये निगम को कानून में तब्दीली की जरूरत है तो सरकार तुरंत कानून में बदलाव करे। शहर के लोगों ने अब अलग-अलग ऑथोरिटी को पत्र लिखने शुरू कर दिये।
लुधियाना शहर के आये दिन 40 से 50 डॉग बाइट के मामले सिविल अस्पताल में आते हैं। जबकि इससे ज्यादा मामले निजी अस्पतालों में चले जाते हैं। हाल ही में ताजगंज में एक आठ साल के बच्चे को कुत्तों ने नोच दिया और वह अस्पताल में भर्ती है। बच्चा शरीरिक तौर पर कमजोर है और डॉक्टरों ने पहले उनकी सर्जरी करने से इनकार कर दिया। लेकिन कुत्तों ने उसे इस तरह काटा है कि सर्जरी के बिना उसका इलाज संभव नहीं। अब बच्चे की जान को जोखिम में डालकर उसकी सर्जरी की गई। तब से लोग ज्यादा डारे हुए हैं।
गौशाला की तर्ज पर बने डॉग पौंड
पंजाब सरकार आवारा कुत्तो के लिए गौशाला की तर्ज पर डॉग पौंड बनाए।यह अनुरोध पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परमिंदर मेहता ने मुख्यमंत्री से किया। मेहता ने पत्र लिखकर कुत्ते इंसानों को अपना शिकार बना रहे हैं। उन्होंने कहा चाहे आवारा कुत्तो की सख्या कम करने के लिए कुछ शहरों में इनकी नसबंदी का कार्य भी चल रहा है। लेकिन जिस सख्या में रोज़ाना नसबंदी करनी चाहिए।
नसबंदी न होने से यह समस्या राज्य के लगभग प्रत्येक गांव व शहर में फैल चुकी है। अब तो दिन के समय भी खास कर बुजुर्ग व बच्चे आवारा कुत्तो का शिकार हो रहे है। मेहता ने कहा ऐसे में गौशाला की तर्ज पर कुत्तो के लिए भी प्रत्येक जिले में डॉग पौंड बनाने चाहिए। अगर इसके बनाने में कोई कानूनी रुकावट आती है तो कानून में संशोधन कर इन्हें बनवाया जाए।
भाजपा नेता निगम में देंगे धरना
भाजपा नेता विनीत मोंगा शहर में कुत्तों के आतंक से निपटने में नाकाम रहने पर निगम व सरकार के खिलाफ धरना देंगे। मोंगा का कहना है कि शहर के सांसद, मंत्री और विधायकों ने आवारा कुत्तों के मामले में सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन किए थे। तब वह राज्य में सत्ता में नहीं थे। अब सत्ता में आये 4 साल हो गए लेकिन उन्होंने कुत्तों से निपटने के लिए कुछ नहीं किया।
एसबीएस नगर वालाें को भी बचा लो
एस बीएस नगर में भी आवारा कुत्तों की भरमार है। लोगाें का घराें से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। इलाके के लोगों ने नगर निगम व इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चैयरमैन को पत्र लिखकर इलाके के लोगों को कुत्तों से बचाने का आग्रह किया है। इलाका निवासी अरविंद शर्मा ने कहा है कि कुत्तों के खौफ से लोग सुबह बाहर नही निकल पा रहे।
हमारे हाथ कानून से बंधे हैं। किसी कुत्ते को उठाकर दूसरी जगह नहीं शिफ्ट कर सकते। नसबंदी प्रोग्राम फिर से चालू कर दिया गया। -शाम सुंदर मल्होत्रा, सीनियर डिप्टी मेयर