जलस्तर न बन जाए घाव, सतलुज का देखा जा रहा बहाव
सतलुज दरिया में करीब पौने दो लाख क्यूसिक पानी छोड़ने से रेलवे पुल पर आरपीएफ जवान चौकसी बरत रहे हैं।
डीएल डॉन, लुधियाना
सतलुज दरिया में करीब पौने दो लाख क्यूसिक पानी छोड़ने से रेलवे पुल पर आरपीएफ जवान चौकसी बरत रहे हैं। वह तीन शिफ्ट में ड्यूटी कर पानी के बहाव से पुल पर होने वाले असर के बारे में शीर्ष अधिकारियों को अवगत करवा रहे हैं। रेल अधिकारी का कहना है कि ट्रेनों के परिचालन में कोई गड़बड़ी ना आए और रेल यात्री सुरक्षित रहे इसके लिए रेल विभाग सजग है। अधिकारी कहते हैं कि बरसात में बाढ़ के कहर से रेल पुल के बचाव को लेकर नार्दर्न रेलवे द्वारा निर्देश जारी कर रखा है और सिर्फ सतलुज दरिया ही नहीं, नार्दर्न इंडिया में सभी दरिया व नहर रेल पुल की सुरक्षा के लिए पहरा जारी है। वहीं आरपीएफ अधिकारी बताते हैं कि पुल पर तैनात जवान ट्रेनों के परिचालन से पहले रिपेार्ट तैयार कर ऑनलाइन शीर्ष अधिकारियों को भेजते हैं।
नहरी विभाग की ओर से बताया है कि डैम में पानी अधिक होने से सतलुज दरिया में धीरे-धीरे करीब पौने दो लाख क्यूसिक पानी छोड़ना है। इसके लिए सभी विभागों को अलर्ट कर दिया है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, हरियाणा में तेज बारिश होगी और दरिया, नहरों में जलस्तर बढ़ जाएगा। इसके चलते पानी के बहाव पर नजर रखने के लिए रेलवे की ओर से प्रबंध किए गए हैं।
ट्रेनों के आने से पहले हर रिपोर्ट होती जारी
ट्रेनों के परिचालन से पहले सभी पुल की सुरक्षा रिपेार्ट अधिकारियों को दी जा रही है। आरपीएफ दरिया और नदियों पर बने पुलों की रात दिन निगरानी कर रहा है। जांच रिपोर्ट फिरोजपुर रेल मंडल कार्यालय और आरपीएफ पोस्ट कमांडर लुधियाना भेजी जाती है।
रेल व यात्री की सुरक्षा आरपीएफ की जिम्मेदारी : कमांडर
सतलुज दरिया में पानी अधिक छोड़ने के बारे में फिरोजपुर रेल मंडल के ट्रैफिक इंस्पेक्टर आरके शर्मा ने कहा कि फिरोजपुर रेल मंडल में पड़ती सभी नदियां, दरिया, नहर के पुलों की रखवाली जारी है। पानी बढ़ने व घटने की सूचना भी समय पर आ रही है। रेल और यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेल विभाग तत्पर है।