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Bhagwat Katha in Ludhiana : श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह का प्रसंग सुनाया

Bhagwat Katha in Ludhiana श्रद्धालुओं ने विवाह के मंगल गीत गाए प्रसंग में विजय पांडेय ने कहा कि रुक्मणी विदर्भ देश के राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी का अवतार थी। रुक्मिणी ने जब देवर्षि नारद के मुख से श्रीकृष्ण के रूप सौंदर्य एवं गुणों की प्रशंसा सुनी थी।

By Vipin KumarEdited By: Published: Sun, 07 Feb 2021 11:42 AM (IST)Updated: Sun, 07 Feb 2021 11:42 AM (IST)
Bhagwat Katha in Ludhiana : श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह का प्रसंग सुनाया
लुधियाना के न्यू सम्राट कालोनी में संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा का आयाेजन। (जागरण)

लुधियाना, जेएनएन। Bhagwat Katha in Ludhiana: ग्यासपुरा स्थित न्यू सम्राट कालोनी में समूह इलाकावासियों व कालोनी के प्रधान बृजभूषण सिंह के देखरेख में चल रहे संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ  में सातवें दिन कथावाचक पंडित विजय पांडेय ने श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह प्रसंग सुनाया। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह को एकाग्रता से सुना। श्रीकृष्ण-रुक्मिणी का वेश धारण किए बाल कलाकारों पर भारी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।

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श्रद्धालुओं ने विवाह के मंगल गीत गाए, प्रसंग में विजय पांडेय ने कहा कि रुक्मणी विदर्भ देश के राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी का अवतार थी। रुक्मणी ने जब देवर्षि नारद के मुख से श्रीकृष्ण के रूप, सौंदर्य एवं गुणों की प्रशंसा सुनी तो उसने मन ही मन श्रीकृष्ण से विवाह करने का निश्चय किया। रुक्मिणी का बड़ा भाई रुक्मी श्रीकृष्ण से शत्रुता रखता था और अपनी बहन का विवाह राजा दमघोष के पुत्र शिशुपाल से कराना चाहता था।

रुक्मिणी को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने एक ब्राह्मण संदेशवाहक द्वारा श्रीकृष्ण के पास अपना परिणय संदेश भिजवाया। तब श्रीकृष्ण विदर्भ देश की नगरी कुंडीनपुर पहुंचे और वहां बरात लेकर आए शिशुपाल व उसके मित्र राजाओं शाल्व, जरासंध, दंतवक्त्र, विदु रथ और पौंडरक को युद्ध में परास्त करके रुक्मिणी का उनकी इच्छा से हरण कर लाए। वह द्वारिकापुरी आ ही रहे थे कि उनका मार्ग रुक्मी ने रोक लिया और कृष्ण को युद्ध के लिए ललकारा।

इस दाैरान युद्ध में श्रीकृष्ण व बलराम ने रुक्मी को पराजित करके दंडित किया। तत्पश्चात श्रीकृष्ण ने द्वारिका में अपने संबंधियों के समक्ष रुक्मिणी से विवाह किया। भागवत कथा में पूर्वांचल के राजगायक मुकेश कुमार ने जब भजन "मुरली वाले का सुमिरन कर ले कोरोना भाग जाएगा"सुनाया तो पंडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं ने खूब ताली बजाकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया।

ये रहे माैजूद

भागवत कथा में शिअद नेता निर्मल सिंह एस एस, पूर्वांचली नेता चन्द्रभान चौहान,प्रीच स्कूल के एमडी सुरेन्द्र नागपाल, बीजेपी नेता सुरेश अग्रवाल,भजन गायक मुकेश कुमार,मुहल्ला अंबेडकर नगर के प्रधान दिनेश मिश्रा, गोकरण तिवारी,मुकेश राज,पूर्वांचली नेता राजेश मिश्रा,सन्तोष उपाध्याय, पँडित अवधेश पांडेय,पँडित अनुराग शुक्ला, दयाशंकर शुक्ला, प्रभाशंकर तिवारी,संजय रावत,नन्द कुमार सिंह,राज बहादुर पाल,रविन्द्र राणा,गायक मनोज कुमार,राज कुमार भारद्वाज,पन्नालाल,राम अवध यादव, कुंदन सिंह, जगरनाथ तिवारी,केडी तिवारी,पवन ठेकेदार,आमोद ठाकुर,कुंदन सिंह,रीमा सिंह व गीता सिद्धू आदि मौजूद रहे।

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