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Coronavirus Effect: लुधियाना में खाली कंटेनरों की शार्टेज, दाम में दस से पंद्रह फीसद का इजाफा

Coronavirus Effect शिपिंग कंपनियों को पोर्ट से खाली कंटेनर मंगवाने के लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं और इसके चलते एक्सपोर्टरों को पहले की तुलना में अधिक दाम भरने पड़ रहे हैं और लाजिस्टिक कास्ट दस से पंद्रह प्रतिशत तक बढ़ गई है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Sun, 16 May 2021 09:11 AM (IST)Updated: Sun, 16 May 2021 09:11 AM (IST)
Coronavirus Effect: लुधियाना में खाली कंटेनरों की शार्टेज, दाम में दस से पंद्रह फीसद का इजाफा
हर माह लुधियाना में चाहिए 8500 कंटेनर, अभी उपलब्धता केवल छह हजार की। (सांकेतिक तस्वीर)

लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। Coronavirus Effect: चीन का व्यापारिक ट्रैफिक अमेरिका सहित विभिन्न देशों में बढ़ने के चलते पंजाब के एक्सपोर्टरों को खाली कंटेनर न मिलने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दो माह से स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। औद्योगिक नगरी लुधियाना से पंजाब भर के एक्सपोर्टर मटीरियल भेजते हैं। ऐसे में हर माह लुधियाना में आम दिनों में 8500 के करीब कंटेनर भरे जाते है। लेकिन इस समय यह 6500 कंटेनर प्रति माह रह गए हैं। इस साल पंजाब से चावल, इंजीनियरिंग गुड्स, यार्न, टावल सहित कई अहम उत्पादों की मांग बढ़ी है, लेकिन खाली कंटेनर न होने की वजह से इंडस्ट्री को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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ऐसे में शिपिंग कंपनियों को पोर्ट से खाली कंटेनर मंगवाने के लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं और इसके चलते एक्सपोर्टरों को पहले की तुलना में अधिक दाम भरने पड़ रहे हैं और लाजिस्टिक कास्ट दस से पंद्रह प्रतिशत तक बढ़ गई है। कारोबारियों के अनुमान के मुताबिक इस समय लुधियाना में नौ से दस हजार कंटेनरों की प्रति माह आवश्यकता है। इस कमी को देखते हुए सरकार भी अब गुजरात में खाली कंटेनरों के प्लांट लगाने की योजना मे हैं, क्योंकि ज्यादातर कंटेनर चीन से आते हैं और भारत में यह आमद कम होने से स्थिति बिगड़ी है।

-- पंद्रह प्रतिशत तक बढ़ चुके है रेट
रजनीश इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर राहुल आहुजा के मुताबिक एक्सपोर्टरों को इस समय दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। एक तरफ तो आर्डर भुगताने के लिए स्टील की बढ़ी कीमती में तैयार माल पुराने दामों पर सप्लाई करना पड़ रहा है। वहीं अब कंटेनरों की कमी और कस्टम क्लीयरेंस चार्जेज के बढ़ जाने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पंद्रह से बीस प्रतिशत तक एक्सपोर्ट ट्रांसपोर्टेशन चार्जेज बढ़ गए हैं। इसमें लुधियाना से मुंबई का फ्रेट डबल होना भी बड़ी समस्या बन गया है।  

-- रेल के माध्यम से कंटेनर लाने ले जाने में मिले राहत
सी ब्रिज मरीन एजंसीज प्राइवेट लिमिटेड ब्रांच हेड हरबिंदर चीमा का कहना है कि इस समय लुधियाना पोर्ट पर कंटेनरों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण इंपोर्ट के कम होने के साथ साथ कंटेनरों को कम आना है। इस समय कई उत्पादों में डिमांड भी तेजी से बढ़ी है। ऐसे में सरकार को पिछले साल की तरह कुछ समम के लिए कंटेनरों के लिए रेल फ्रेट फ्री आफ कास्ट करना चाहिए। इसके साथ ही नार्थ इंडिया के लिए एक्सपोर्ट फ्रेट को कम करना चाहिए। क्योंकि पंजाब से भरे जाने वाले कंटेनरों की कास्टिंग गुजरात सहित पोर्ट के नजदीक लगते शहरों से भरे जाने वाले कंटेनरों से कहीं अधिक है।


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