केंद्र सरकार के किसान विधेयक के विराेध में उतरे शाही इमाम, कानून को रद्द करने की उठाई मांग
शाही इमाम ने कहा कि किसानों ने हमेशा ही हक और इंसाफ के लिए आवाज उठाई है इसलिए सभी भारतीयों पर यह फर्ज है कि वह इस मुश्किल घड़ी में किसानाें का साथ दें।
लुधियाना, जेएनएन। जामा मस्जिद में जुम्मे की नमाज अदा करने से पहले शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने केंद्र सरकार के किसान विधेयक की निंदा करते हुए उसे रद्द करने की मांग की है।
शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से किसानाें के साथ की जा रही मनमर्जी काे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शाही इमाम ने कहा कि पंजाब के किसान जो भी रणनीति अपनाएंगे अल्पसंख्यक समुदाय उसका साथ देगा।
उन्होंने कहा कि किसानों ने हमेशा ही हक और इंसाफ के लिए आवाज उठाई है इसलिए सभी भारतीयों पर यह फर्ज है कि वह इस मुश्किल घड़ी में किसानाें का साथ दें। शाही इमाम ने कहा कि किसानों का साथ देना कोई सियासी मामला नहीं यह उनकी जिंदगी का सवाल है क्योंकि खेती ही जीवन है। शाही इमाम ने कहा कि केंद्र सरकार के बनाए कानून से किसानों के ऊपर बाहर की कंपनियों का दबाव बढ़ जाएगा।
इससे किसान तरक्की करने की बजाय मायूसी की तरफ चला जाएगा। सरकार को चाहिए कि वह किसानों के साथ बैठकर बातचीत करें और उनके मुताबिक ही नया कानून बनाया जाए। शाही इमाम ने आज जामा मस्जिद लुधियाना से राज्य के सभी इमाम साहिबान और मस्जिदों के प्रधानों को अपील जारी की है कि किसान भाइयों की तरफ से किए का रहे आंदोलन में शामिल होकर हर तरफ से साथ दें।