केंद्र से शिकायत का असर, खुले सीवरेज के टेंडर
जागरण संवाददाता, खन्ना: पिछले आठ महीने से लटक रहे खन्ना के सीवरेज टेंडरों के भाग्य अब खुलते नजर आ रह
जागरण संवाददाता, खन्ना: पिछले आठ महीने से लटक रहे खन्ना के सीवरेज टेंडरों के भाग्य अब खुलते नजर आ रहे हैं। टेंडर खोलने को लेकर पंजाब सरकार के सुस्त रवैये में तेजी तब आई जब केंद्र की अमरुत योजना के तहत लगाए जा रहे इन टेंडरों की शिकायत केंद्रीय मंत्री से की गई। उसके बाद तीन कंपनियों ने टेंडर भी भर दिए और शुक्रवार को टेक्निकल बिड को खोल भी दिया गया। इससे इन टेंडरों को लेकर पंजाब सरकार और कांग्रेस की भूमिका शक के घेरे में आ गई है। गौरतलब है कि बार-बार टेंडर स्थगित करने का मामला केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप पुरी के ध्यान में भाजयुमो नेता अनुज छाहड़िया 8 फरवरी को लाए थे।
इसका असर भी दिखा और शुक्रवार को टेंडर खुलने पर पता चला कि तीन कंपनियां मैदान में आई। टेक्निकल बिड खोल दी गई है और फाइनेंशियल बिड सोमवार को खुलेगी। फाइनेंशियल बिड में कंपनियां शर्ते पूरी करती हैं। उसके बाद सारी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के पास जाएगी। फिर हाई पावर कमेटी इसे फाइनल कर टेंडर अलॉट कर देगी। जनता के संघर्ष की जीत : छाहड़िया
भाजपा युवा मोर्चा पंजाब के पूर्व महासचिव अनुज छाहड़िया ने कहा कि कांग्रेस ने लोगों को गुमराह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन यह लोगों के संघर्ष की जीत है। लोगों ने एकजुट होकर और सड़कों पर आकर सरकार और कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन किया। इसकी रिपोर्ट जब केंद्रीय मंत्री को दिखाई गई तो उन्होंने निजी तौर पर इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए टेंडर खुलवाए। जनता कांग्रेस के झूठ को जान गई : यादू
शिरोमणि अकाली दल की यूथ कोर कमेटी सदस्य याद¨वदर ¨सह यादू ने कहा कि केंद्र सरकार की अमरुत योजना के तहत शहर में 100 फीसद सीवरेज तथा वाटर सप्लाई के लिए ग्रांट जारी हुई है। कांग्रेस इस ग्रांट का दुरुपयोग करना चाहती थी। लेकिन केंद्र ने दिलचस्पी लेकर इस बार टेंडर खुलवाए। अब कांग्रेस कितना भी झूठा क्रेडिट ले, लेकिन जनता सब जानती है।
प्रदेश सरकार ने लगाए टेंडर : कोटली
कांग्रेसी एमएलए गुरकीरत ¨सह कोटली ने कहा कि कांग्रेस ने यह वादा किया है और कांग्रेस ही पूरा करेगी। टेंडरों का काम प्रदेश सरकार करवा रही है। केंद्र ने सिर्फ ग्रांट का अपना हिस्सा भेजा है। सारी प्रक्रिया पंजाब सरकार ने पूरी की है। तकनीकी कारणों से टेंडर लेट हो रहे थे।