मैनहोल में उतरे सीवरमैन को चढ़ी गैस, बाल बाल बचा
वार्ड नंबर 17 के मैनहोल में उतरा सीवरमैन गैस की चपेट में आ गया।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : वार्ड नंबर 17 के मैनहोल में उतरा सीवरमैन गैस की चपेट में आ गया। राहत की बात रही कि समय रहते उसे निकाल लिया। खन्ना के रहने वाले कर्मचारी सागर को घर भेज दिया गया। उसकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। म्यूनिसिपल सीवरमैन कर्मचारी यूनियन के प्रधान कृष्णलाल ने बताया कि डीसी रेट पर कार्यरत कर्मचारी सागर सीवर की सफाई के लिए वार्ड 17 के मैनहोल में उतरा था। बिना सेफ्टी किट के कारण उसे सीवर की गैस ने चपेट में लिया। समय रहते साथियों ने इलाका वासियों की मदद से उसे नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जहौं इलाज के बाद खन्ना स्थित उसके घर भेज दिया। यूनियन के चेयरमैन अश्विनी सहोता ने कहा कि कई हादसे होने के बावजूद अभी भी सीवरमैन को बिना सेफ्टी किट के मैनहोल में उतारा जा रहा है। इस बारे में जल्द ही नगर निगम कमिश्नर को मिलकर सेफ्टी किट उपलब्ध करवाने के लिए कहा जाएगा। यह भी पढ़ें : विभाग ने करवाई 884 छप्पड़ों की सफाई
लुधियाना : ग्रामीण विकास पंचायत विभाग ने विशेष मुहिम के तहत 8.95 करोड़ की लागत से जिले के 884 छप्पड़ों की सफाई करवाई है। इस संबंधी डीडीपीओ पीयूष चंद्र ने बताया कि पंजाब सरकार की हिदायत से चलाई इस मुहिम में संबधित गांव की ही लेबर से काम लेने को प्राथमिकता दी गई। मनरेगा के तहत 1,14,663 दिहाड़ियों का भुगतान किया गया। इस पर कुल राशि 8,94,62,311 रुपये खर्च किए गए। उन्होंने दावा किया कि मानसून से पहले ही डीवाटरिग का काम पूरा हो चुका है। बरसात के पानी को संभालने के लिए तैयार इन छप्पड़ों का उपयोग ताजे पानी से रिचार्ज करने के अलावा मछली पालन, खेतीबाड़ी व नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश का पालन भी किया गया है। कोरोना के चलते बेरोजगार हुए युवाओं को इसके जरिए रोजगार भी मुहैया करवाया जा रहा है।