स्वामी रूप चंद जैन स्कूल में नेचर कंजर्वेशन डे
कुदरत ही भगवान का रूप है के महावाक को सार्थक करते हुए स्वामी रूप चंद जैन स्कूल द्वारा नेचर कंजर्वेशन डे को सात दिवसीय सेमिनार के रूप में मनाया जा रहा है। इसमें आनलाइन पढ़ाई करते हुए बच्चों को कुदरत की सुरक्षा और पर्यावरण की संभाल करने संबंधी प्रेरित किया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, जगराओं : कुदरत ही भगवान का रूप है के महावाक को सार्थक करते हुए स्वामी रूप चंद जैन स्कूल द्वारा नेचर कंजर्वेशन डे को सात दिवसीय सेमिनार के रूप में मनाया जा रहा है। इसमें आनलाइन पढ़ाई करते हुए बच्चों को कुदरत की सुरक्षा और पर्यावरण की संभाल करने संबंधी प्रेरित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के पहले दिन कुदरत को प्रणाम सिरलेख के नीचे बच्चों और अध्यापकों द्वारा जमीनी और कम मिट्टी वाले पौधे लगाकर एक पौधे से अन्य पौधे तैयार करना और कंपोस्ट तथा रूडी खाद बनाना तैयार करने सी सिखलाई दी हई।
इस दौरान अध्यापकों द्वारा पर्यावरण की संभाल के लिए रोजाना एक उपराला करने का संकल्प लिया गया। स्कूल में लगे हुए सोलर पैनल से बच्चों को सूर्य ऊर्जा का सदुपयोग करने संबंधी जानकारी दी गई। पानी की गैर जरूरी खपत, प्लास्टिक वस्तुओं का प्रयोग, रासायनिक खादों के नुकसान बताकर बच्चों को कुदरत के साथ जोड़ने के लिए प्रेरित किया गया। इस मौके अध्यापकों द्वारा बच्चों को घर में ही बाजारी उपयोग के लिए कपड़े का थैला बनाने और उसका उपयोग करने का ढंग बताया गया।
इस मौके पर स्कूल द्वारा 101 नए पौधे लगाकर इस दिन के मंतव को पूरा किया गया और नए पौधे तैयार करके बांटे गए। प्रिसिपल राजपाल कौर ने बताया कि कुदरत की संभाल के लिए वह खुद भी जागरूक है। उन्होंने सभी को मिट्टी, पक्षी, हवा और भगवान को एक सामान मानते हुए आने वाली पीढि़यों को कुदरत माता की सुरक्षा और संभाल के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रेरित किया।