सेल्फ आइसोलेशन, हैंडवॉश व अच्छी डाइट जरूरी
जिले में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब तक छह गर्भवती महिलाएं कोरोना पॉजिटिव आ चुकी हैं।
जासं, लुधियाना : जिले में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब तक छह गर्भवती महिलाएं कोरोना पॉजिटिव आ चुकी हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञों का कहना है कि गर्भावस्था हर महिला के लिए बहुत महत्वपूर्ण और नाजुक समय है। इस दौरान उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिस वजह से गर्भवती महिलाएं अन्यों के मुकाबले जल्द किसी संक्रमण की चपेट में आ सकती हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को कोरोना से बचाव के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
पंचम अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कंवलजीत कौर का कहना है कि गर्भवती महिलाओं के लिए सबसे बेहतर विकल्प है कि सेल्फ आइसोलेशन में रहें। अगर घर में किसी सदस्य का नियमित तौर पर बाहर आना-जाना हो तो वह उससे निश्चित दूरी बनाकर रखें। इसके साथ ही उस सदस्य को कहें कि कपड़ों को बदलकर और अच्छे से हाइजीन होकर ही आपके पास आए। ऐसा करने से गर्भवती महिलाएं काफी हद तक संक्रमण से बची रह सकती हैं। इसके साथ ही गर्भवती महिलाएं हर एक घंटे में हाथों को अच्छे से धोएं।
अस्पताल के लिए निकलें तो मास्क जरूर पहनें
एसपीएस अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वीनस बांसल कहती हैं कि बढ़ते संक्रमण ने लोगों को तनावपूर्ण स्थिति में ला दिया है। खासकर गर्भवती महिलाओं को। गर्भवती होने पर महिलाओं के इम्यून सिस्टम में भी बदलाव आते हैं। रोगों से लड़ने की उनके शरीर की क्षमता प्रभावित होती है, लेकिन घबराने की बजाय थोड़ी सतर्कता बरतने की जरूरत है। कुछ बातों का ध्यान रखकर गर्भवती महिलाएं खुद और होने वाले बच्चे का कोरोना वायरस से बचाव कर सकती हैं। इसके लिए नियमित रूप से हाथों को कम से कम 20 सेकेंड तक धोएं। भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें। अगर अस्पताल जा रही हैं, तो मास्क या रूमाल से मुंह ढका होना चाहिए। अस्पताल में दूसरे लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए। अस्पताल में दीवारों, कुर्सियों को ना छूएं। अगर गलती से किसी चीज को छू भी लिया, तो हैंड सैनिटाइज करें।
अच्छी डाइट बेहद जरूरी
गिल रोड स्थित दीदार अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नरजीत कौर के अनुसार गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है कि अच्छी डाइट लें। पौष्टिक व संतुलित आहार का सेवन करें। ऐसे चीजें खाएं जिससे इम्यूनिटी मजबूत रहे। डाइट में ज्यादा पानी व फलों का रस शामिल करें। इसके साथ हरी सब्जियां, दूध और दाल आदि खाद्य पदार्थों को भी ले सकती हैं। आयरन, कैल्शियम जरूर लेते रहें। अस्पताल तभी जाए, जब गर्भ में पल रहे शिशु की मूवमेंट न हो, ब्लड प्रेशर अधिक हो, सिरदर्द, आंखों के आगे अंधेरा, पैरों में सूजन, ब्लीडिग या फिर खांसी, जुकाम व बुखार जैसे लक्षण महसूस हो। घर ही बीपी चेक करती रहें। इसके अलावा समय पर सोएं और उठें। तनाव से बचने के लिए चिकित्सक के परामर्श के अनुसार मेडिटेशन और योग कर सकती हैं।
बाहर से घर में सीधे न जाएं
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वीनस बांसल का कहना है कि गर्भवती महिलाओं के साथ साथ परिवार को भी सावधानी बरतनी चाहिए। अगर कोई सदस्य बाहर से घर आता है, तो वह सीधे घर में न जाए। पहले अपनी चप्पल, जूते घर के बाहर रखें। इसके बाद नहाकर जो कपड़े पहने थे, उसे बदले। अगर बाहर से कोई सामान खरीदकर लाए हैं, जैसे सबिजयां, फल, दूध के पैकेट, बिस्कट के पैकेट व अन्य तरह का पैकिग युक्त सामान तो उसे कम से कम चौबीस घंटे के लिए ऐसी जगह पर रखें, जहां सदस्यों का अधिक संपर्क न हो या गेट पर ही रख दें।
इन इलाकों से गर्भवती महिलाएं कोरोना पॉजिटिव
- इस्लामगंज की 27 वर्षीय महिला
- बड़ी हैबोवाल की 22 वर्षीय महिला
- मुंडिया की 23 वर्षीय महिला
- दशमेश नगर की 24 वर्षीय महिला
- राहों रोड कुलदीप नगर की 26 वर्षीय महिला
- प्रेम नगर की 31 वर्षीय महिला