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लुधियाना से जुड़ी हैं सरोज खान की यादें, हर्षनीत को मास्टर जी ने शगुन में दिए थे 101 रुपये

दुगरी में रहने वाली हर्षनीत बताती हैं कि वह सरोज खान से काफी प्रभावित थीं। उनके कारण ही उन्होंने कोरियोग्राफी फील्ड करियर के रूप में चुना था।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 08:59 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 08:59 AM (IST)
लुधियाना से जुड़ी हैं सरोज खान की यादें, हर्षनीत को मास्टर जी ने शगुन में दिए थे 101 रुपये
लुधियाना से जुड़ी हैं सरोज खान की यादें, हर्षनीत को मास्टर जी ने शगुन में दिए थे 101 रुपये

लुधियाना, [राधिका कपूर]। प्रसिद्ध कोरियोग्राफर एवं मास्टर जी के नाम से मशहूर सरोज खान के निधन से उनके हर प्रशंसक को धक्का लगा है। लाखों ऐसे लोग हैं जिन्होंने सरोज खान से प्रभावित होकर कोरियोग्राफी को अपना प्रोफेशन बनाया। कई आज भी उन्हीं को देखते हुए अपना डांस का शौक पूरा कर रहे हैं।

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लुधियाना से भी सरोज खान की कई यादें जुड़ी हुई हैं। उनसे मिलने वालों में शहर की वह लड़की भी है जिसे मास्टर जी ने अच्छी डांस परफॉर्मेंस पर 101 रुपये का शगुन दिया था। वर्ष 2010 में शहर में सरोज खान डांस अकादमी का जब उद्घाटन हुआ तो वह यहां पहुंची थीं। उनके निधन से इस अकादमी से जुड़े विद्यार्थियों, कोरियोग्राफर्स और नृत्य से प्यार करने वाले तमाम लोगों को गहरा दुख पहुंचा है। जब इस अकादमी का शुभारंभ हुआ तो 11 साल की हर्षनीत ने पहली छात्रा के रूप में यहां दाखिला लिया था। हर्षनीत इस समय कोरियोग्राफर हैं। दैनिक जागरण के साथ बातचीत में उन्होंने सरोज खान के शहर में आने से जुड़े कई किस्से साझा किए।

दुगरी में रहने वाली हर्षनीत बताती हैं कि वह सरोज खान से काफी प्रभावित थीं। उन्हीं के कारण उन्होंने कोरियोग्राफी फील्ड को चुना था। वह कहती हैं कि वर्ष 2007 में उन्होंने शहर में कहीं सरोज खान डांस अकादमी खुलने का बोर्ड लगा देखा था। वह इंतजार करने लगी कि कब यह अकादमी खुले और वह उसमें दाखिला लें। आखिर वह समय आ ही गया और फिर वर्ष 2010 में अकादमी में उन्होंने दाखिला ले लिया। वह यहां की पहली स्टूडेंट थीं। उस समय उन्होंने मास्टर जी के समक्ष ग्रुप में गणेश वंदना पर प्रस्तुति दी थी। इस मौके पर उन्हें उनसे ऑटोग्राफ लेने का मौका भी मिला था।

'चांस पे डांस' कार्यक्रम में बतौर जज पहुंची थीं सरोज खान

हर्षनीत बताती हैं कि उनके लिए बेहद खुशी की बात है कि वर्ष 2011 में सरोज खान फिर शहर आई थीं। वह 'चांस पे डांस' कार्यक्रम में बतौर जज पहुंची थीं। इसमें सरोज खान को उनकी डांस परफॉर्मेंस बेहद पंसद आई थी और वह शो की विनर रही थीं। परंपरा के अनुसार जो भी डांस मास्टर जी को अच्छा लगता था, उसे वह 101 रुपये का शगुन देती थीं और उन्हें भी यह मिला था। हर्षनीत ने कहा कि मैं वह दिन कभी नहीं भूल सकती हूं। उन्होंने सरोज खान अकादमी से पांच साल तक प्रशिक्षण लिया। अब वह ग्रेजुएशन करने जा रही हैं।

जब 'ससुराल गेंदा फूल' पर बच्चों ने तीन माह तक किया डांस

लुधियाना में सरोज खान अकादमी की फ्रेंचाइजी खुलने के बाद से इसे रुचि बावा चला रही हैं। उन्होंने बताया कि जब सरोज खान अकादमी में पहुंचीं तो उन्होंने बच्चों को 'ससुराल गेंदा फूल', अभिनेत्री माधुरी दीक्षित पर फिल्माया गया गीत 'धक-धक करने लगा' पर बच्चों को डांस के टिप्स दिए। सरोज खान ने बच्चों से कहा था कि कभी भी डांस फॉर्म में ग्रेस नहीं छोडऩी। जब तक स्टेप्स को फॉलो नहीं करेंगे, तब तक सीख नहीं पाएंगे। फेस एक्सप्रेशन एक-दूसरे के साथ मेल खाने चाहिए। उस दिन के बाद से अकादमी में लगातार तीन महीने 'ससुराल गेंदा फूल' गीत पर बच्चे डांस का अभ्यास करते रहे। 

हर तीन महीने बाद डांस टीचर को बदला जाता

रुचि बावा ने बताया कि मास्टर जी हमेशा यह कहती थीं कि हर टीचर के पास कोई न कोई गुण होता है, इसलिए डांस की ज्यादा से ज्यादा सीख हासिल करें। अकादमी में तीन-तीन महीने बाद डांस टीचर में बदलाव किया जाता है और लगातार पांच साल तक यह सिलसिला जारी रहा। लुधियाना में सरोज खान डांस अकादमी की दो सब शाखाएं दुगरी और मॉडल टाउन में चल रही हैं।


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