Sangrur Lok Sabha Bypoll: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज संगरूर में करेंगे रोड शो, भगवंत मान भी रहेंगे माैजूद
Sangrur Lok Sabha Bypoll संगरूर में आम आदमी पार्टी ने रोड शो को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान भी केजरीवाल के साथ मौजूद रहेंगे। उपचुनाव में आप प्रत्याशी के लिए वोट मांगने के अलावा केजरीवाल विपक्षी दलों को निशाने पर ले सकते हैं।
जागरण संवाददाता, संगरूर। Sangrur Lok Sabha Bypoll: लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को रोड शो करेंगे। संगरूर में आम आदमी पार्टी ने रोड शो को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान भी केजरीवाल के साथ मौजूद रहेंगे। उपचुनाव में आप प्रत्याशी के लिए वोट मांगने के अलावा केजरीवाल विपक्षी दलों को निशाने पर ले सकते हैं।
संगरूर लोकसभा सीट से खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान लगातार दो बार चुनाव जीत चुके हैं। उनके विधायक बनने के बाद यह सीट खाली हुई थी। मतदान 23 जून को होना है। चुनाव प्रचार अंतिम दौर में पहुंच चुका है। इस सीट पर मुकाबला बहुकोणीय नजर आ रहा है। आप उम्मीदवार गुरमेल सिंह के अलावा, कांग्रेस के युवा चेहरे दलवीर गोल्डी, भाजपा के केवल ढिल्लों, शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार कमलदीप कौर राजोआणा के अलावा शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के सिमरनजीत सिंह मान मैदान में हैं।
आप भ्रष्टाचार पर वार के सहारे
आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार पर वार करने और तीन माह में लिए गए फैसलों पर फोकस कर रही है। आम आदमी पार्टी इस चुनाव को लेकर इसलिए भी ज्यादा गंभीर है, क्योंकि विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद विपक्ष के पास गंवाने को कुछ नहीं है, जबकि 92 सीटें लेने के कारण आप को लोगों की उम्मीदों का पहाड़ उठाना पड़ रहा है। यही कारण है कि जैसे-जैसे चुनाव प्रचार अंतिम दौर में पहुंच रहा है आप लगातार अपनी ताकत को बढ़ाने पर जोर दे रही है।
संगठनों ने पक्का धरना हटाया
मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास के समक्ष पिछले दो महीनों से लगे विभिन्न संगठनों के पक्के धरने को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के रोड शो से पहले मुख्यमंत्री ने संगठनों से बैठक करने के उपरांत समाप्त करवा दिया। पक्के धरने पर बैठे विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से बैठक कर मुख्यमंत्री ने उन्हें जुलाई के पहले सप्ताह मांगों के हल का भरोसा दिलाया गया है। मांगे जल्द होने का आश्वासन मिलने के बाद संगठनों ने अपने पक्के धरने समाप्त कर दिए हैं।