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युवाओं को ऑटोमेशन के साथ जोड़कर आत्मनिर्भर बनाना है लक्ष्य

हर पल नया सोचने वाला व्यक्ति ही जीवन में तरक्की करता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Mar 2020 05:30 AM (IST)Updated: Mon, 09 Mar 2020 06:12 AM (IST)
युवाओं को ऑटोमेशन के साथ जोड़कर  आत्मनिर्भर बनाना है लक्ष्य
युवाओं को ऑटोमेशन के साथ जोड़कर आत्मनिर्भर बनाना है लक्ष्य

मुनीश शर्मा, लुधियाना

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हर पल नया सोचने वाला व्यक्ति ही जीवन में तरक्की करता है। आज ग्लोबल मार्केट का दौर है और हर भारतीय कंपनी ग्लोबल बाजार के लिए खुद को तैयार कर रही है। इसी कड़ी के तहत कंपनियों में ऑटोमेशन पर फोकस किया जा रहा है और मल्टीपर्पज मशीनों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसी को ध्यान में रखकर कंपनी की ओर से ऐसे सॉल्यूशंस उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, जो क्वालिटी को बेहतर करने के साथ-साथ मास प्रोडक्शन कर कॉस्टिग को भी बेहतर कर सकें। यह कहना है सैम ऑटोमेशन के एमडी एचएस सग्गू के डायरेक्टर मनुराज सिंह का। वह पंजाब में नशे की दलदल में जा रहे युवाओं को काम दिलाने के लिए भी प्रयासरत हैं और उन्हें वे हुनरमंद बनाकर अपने पैरों पर खड़ा करना चाहते हैं। यही उनका लक्ष्य भी है। इंडस्ट्रियल इंजीनियरिग के बाद की ट्रेनिग

सैम ऑटोमेशन के मनुराज सिंह ने चंडीगढ़ में स्कूलिग के बाद इंडस्ट्रियल इंजीनियरिग की। वर्ष 2015 से फैक्ट्री में जाना आरंभ किया। इस दौरान शुरुआत वर्कशॉप के कामकाज को समझने से की। असेंबली शॉप में काम किया और मशीनरी की बारीकियों को समझा। इसके पश्चात पाया कि भारतीय मशीनों के मुकाबले विदेशी मशीनें तेजी से अग्रसर हो रही हैं। इसके अंतर को समझने के लिए उन्होंने विदेश दौरा कर वहां की तकनीक और मशीन निर्माण से लेकर प्राइसिग को विस्तार से जाना। सीएनसी मशीनों पर ध्यान किया केंद्रित

मनुराज के मुताबिक, विदेश भ्रमण में उन्होंने पाया कि अब सीएनसी मशीनों का प्रचलन तेजी में है, क्योंकि ग्लोबल मार्केट के दौर में हर कोई कम लागत करने के साथ-साथ मास प्रोडक्शन कर एक्यूरेसी से विश्व बाजार में फोकस करना चाहता है। ऐसे में कंपनी की ओर से मल्टीपर्पज मशीनों पर ध्यान दिया गया। सीएनसी मशीनों के साथ-साथ रोबोटिक मशीनों का आगाज किया। तीन टेक्नो स्कूल से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सपना

आज युवा काम न होने से नशे की दलदल में जा रहे हैं जबकि इंडस्ट्री को डिमांड के मुताबिक युवा नहीं मिल पा रहे। ऐसे में इस अंतर को खत्म करने के लिए मोहाली, जालंधर और लुधियाना में तीन टेक्नो स्कूल खोले गए हैं। जहां युवाओं को टेक्नोलॉजी से अपग्रेड कर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इन सेंटरों पर बिना किसी शुल्क लिए ट्रेनिग दी जाती है। इसमें रोबोटिक कोर्स सहित विभिन्न जानकारियां दी जाती हैं। फोटोग्राफी और बाइक राइडिंग का पैशन

मनुराज ने बताया कि उनको फोटोग्राफी और बाइक राइडिंग का है। इसके लिए वह समय निकालकर जुड़े रहने का प्रयास करते हैं। प्रकृत, पक्षियों सहित मौसम के फोटो खींचने का शौक है और दोस्तों संग वह बाइक पर लांग ड्राइव पर अक्सर जाते रहते हैं।


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