RSS स्वयंसेवकों ने पेड़-पौधों की पूजा कर फोटो सोशल मीडिया पर किए अपलोड, Facebook पर नई बहस छिड़ी
स्वंयसेवकाें के फोटो अपलोड करते ही फेसबुक पर नई बहस छिड़ गई और Rss के एक कार्यकर्ता ने तो कमेंट में यहां तक लिख दिया कि मेहता साहब ने पार्टी बदली है संघ के संस्कार नहीं बदले।
लुधियाना, [ राजेश भट्ट]। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने हाल ही में पूरे देश में प्रकृति वंदन दिवस मनाया। स्वयंसेवकों ने पेड़-पौधों की पूजा कर फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड किए और हरियावल पंजाब मुहिम के साथ जुडऩे की अपील करते रहे। इस बीच कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद परमिंदर मेहता ने अपने घर के बाहर पौधों को पानी देते हुए अपने कुछ फोटो फेसबुक पेज पर अपलोड कर दिए। यही नहीं, उन्होंने फोटो के ऊपर 'हरियाली जीवन में खुशहाली ' भी लिखा।
परमिंदर मेहता के ये फोटो अपलोड करते ही फेसबुक पर नई बहस छिड़ गई और संघ के एक कार्यकर्ता ने तो कमेंट में यहां तक लिख दिया कि मेहता साहब ने पार्टी बदली है, संघ के संस्कार नहीं बदले। इसीलिए उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए भी संघ के प्रकृति वंदन दिवस कार्यक्रम में इस तरह हिस्सा लिया। दरअसल मेहता पहले संघ से जुड़े रहे हैं। इसी कारण यह कमेंट किया गया है।
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साहब दुकानदारों को पार्षद छुड़ा लेते हैं
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल आम लोगों तक पहुंच बनाने के लिए अलग-अलग प्लेटफार्म का उपयोग करते आ रहे हैं। वह पहले फेसबुक लाइव के जरिए लोगों की समस्याएं सुनते आ रहे थे। अब उन्होंने वेबमैक्स के जरिए लोगों के साथ जुडऩा शुरू किया। हालांकि उस दिन कम लोग ही सवाल पूछने वाले थे।
मुहिम के पहले दिन लोगों ने कुछ ऐसे सवाल पूछे कि सीपी खुद को असहज महसूस करने लगे। वह बोल रहे थे कि जो दुकानदार ऑड-ईवन का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ पुलिस केस दर्ज कर रही है, इसलिए नियम का पालन करें। इतने में हैबोवाल के एक युवक ने सीपी को कह दिया कि साहब आपकी पुलिस तो दुकानदारों को पकड़ लेती है, लेकिन पार्षद उन्हेंं छुड़ा लेते हैं। हाल ही में हैबोवाल थाने में ऐसा हुआ है। इसके बाद तो वेबमैक्स से जुड़े बाकी लोगों ने भी शिकायतों का अंबार लगा दिया।
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बेतुके सवालों को सुन साहब चले गए
मेयर बलकार सिंह संधू, कमिश्नर प्रदीप कुमार सभ्रवाल और अन्य अफसरों ने सॢकट हाउस से शहर को सैनिटाइज करने के लिए जेटिंग मशीन रवाना की। उसके बाद मीडिया से रूबरू होने के लिए कांफ्रेंस हॉल में बैठ गए। मेयर मीडिया को संबोधित करते हुए कह रहे थे कि शहर की भलाई के लिए जो-जो कमियां हैं, उन्हेंं उनके समक्ष रखा जाए ताकि हम उन्हें दूर कर सकें। इतने में कुछ सवाल ऐसे हुए कि मेयर ने कमिश्नर को जवाब देने के लिए कह दिया। कमिश्नर मीडिया के प्रश्नों के जवाब दे रहे थे तो कुछ लोग बेतुके सवाल भी करने लगे।
कमिश्नर पहले पत्रकारों को समझाते रहे, लेकिन जब बहस ज्यादा हो गई तो थैंक्यू कहकर चले गए। इस बीच असिस्टेंट कमिश्नर मैडम सामने आईं और उन्होंने किसी तरह वहां पर मोर्चा संभाला। मैडम सवालों का जवाब देने के बजाय सवाल दागने लग गईं, तब जाकर माहौल शांत हुआ।
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दफ्तर खोल सजाई आटे की थैलियां
शहर में प्रदेश सरकार ने सितंबर तक वीकेंड कफ्र्यू बढ़ा दिया है। शनिवार और रविवार को जरूरत के सामान की दुकानें खोली जा सकती हैं। इसके अलावा गैरजरूरी वस्तुओं की दुकानें नहीं खुल सकेंगी। कई दुकानदारों ने इसका तोड़ भी निकाल लिया। नूरवाला रोड पर एक प्रॉपर्टी डीलर का दफ्तर है। अब वीकेंड कफ्र्यू के दौरान प्रॉपर्टी डीलर अपना कार्यालय खोल नहीं सकता। इसे देखते हुए उसने नया हथकंडा अपनाया। उसने अपने कार्यालय के बाहर आटे की चार थैलियां और सरसों के तेल की बोतल सजा दी।
कारण साफ था कि प्रॉपर्टी के लिए ज्यादातर ग्राहक शनिवार और रविवार को ही निकलते हैं। बाकी दिन सभी अपने-अपने कार्यालयों में या काम पर रहते हैं। इस तरह दो शनिवार और रविवार तो निकल गए। पिछले रविवार वहां से एरिया के एसीपी का गुजरना हुआ तो उन्होंने यह देख लिया। फिर एसएचओ को फटकार लगाते हुए उसका कार्यालय बंद करवा दिया।