लुधियाना में राजीव गांधी की प्रतिमा पर पोती गई कालिख, एक गिरफ्तार
लुधियाना के सलेम टाबरी में यूथ अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर काला पेंट पोत दिया।
जेएनएन, लुधियाना। 1984 के सिख विरोधी दंगों में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की भागीदारी को लेकर पंजाब में राजनीति गरमाई हुई है। मंगलवार को यूथ अकाली दल की कोर कमेटी के सदस्य गुरदीप गोशा और मीतपाल सिंह ने विरोध स्वरूप शहर के सलेम टाबरी में लगी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा पर कालिख पोत दी। इसके साथ ही हाथों पर लाल पेंट लगा दिया। पुलिस ने थाना सलेम टाबरी में गुरदीप गोशा और उसके साथी के खिलाफ मामला दर्ज कर गोशा को गिरफ्तार कर लिया है।
अकाली नेता काले रंग की स्प्रे और लाल रंग लेकर आए थे। इसकी बकायदा वीडियोग्राफी करवाई गई और बाद में इसे फेसबुक पर डाल दिया। दोनों नेताओं ने कालिख पोतने के बाद कहा कि इससे पार्टी का कोई संबंध नहीं है। 1984 में दिल्ली में सिख विरोधी दंगों में राजीव गांधी का हाथ था और इसीलिए उन्होंने यह कदम उठाया है। इसके बाद वह फील्डगंज में गुरुद्वारा चेत राम साहिब पहुंचे और अरदास की।
प्रतिमा पर काला रंग लगाने वाले यूथ अकाली नेता।
कांग्रेसियों ने प्रतिमा को दूध से किया साफ घटना के बाद कांग्रेसी नेता सलेम टाबरी में राजीव गांधी की प्रतिमा के पास पहुंचे। प्रतिमा को दूध से नहलाकर साफ किया गया। सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, जिला कांग्रेस अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह गोगी व शहरी यूथ कांग्रेस प्रधान राजीव राजा ने इस कार्रवाई को अकाली दल के नेताओं की बुजदिली करार दिया। सांसद रवनीत बिट्टू ने कहा कि यह चुनाव से पहले प्रदेश में आपसी भाईचारक सांझ तोड़ने के प्रयास हैं। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में घिरे अकाली अब इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि कभी इस तरह के हथकंडे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां अपनाती थीं। मगर अब इसे अकाली दल ने अपना लिया है।
पूर्व पीएम की प्रतिमा पर कालिख पोतने के बाद गुरुद्वारे में माथा टेकने पहुंचा गोशा।
गोशा और मीतपाल समेत आठ पर मामला दर्ज
एडीसीपी-1 गुरप्रीत सिंह सिकंद ने बताया कि गुरदीप गोशा और मीतपाल सिंह समेत आठ अज्ञात लोगों पर सलेम टाबरी थाने में धारा 153ए आइपीसी, 68 आइटी एक्ट और सेक्शन 3 पब्लिक प्रॉपर्टी डीफेसमेंट एक्ट 1997 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने गुरदीप गोशा को गिरफ्तार कर लिया है।
सुखबीर के पोस्टर जलाए, काला स्प्रे किया
उधर घटना के बाद कांग्रेसियों ने भी पलटवार किया। उन्होंने शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल के पोस्टर जलाए तथा उनके पोस्टरों पर काला स्प्रे किया। कांग्रेसियों ने दोनों यूथ अकाली नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस सेवादल पंजाब के प्रधान निर्मल कैड़ा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल के पोस्टर को जलाकर नारेबाजी की।
मौके पर पहुंचे कांग्रेस नेता, जिन्होंने प्रतिमा को साफ किया।
कांग्रेस नेताओं ने मामले में सुखबीर बादल से माफी मांगने की मांग की। कहा कि अगर सुखबीर इस पर माफी नहीं मांगते तो यह समझा जाएगा कि यह सब सुखबीर के कहने से ही हुआ। कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू ने कहा कि अकाली दल लीडरशिप को चुल्लु भर पानी में मर जाना चाहिए। अकाली दल के छुटभैय्या नेता प्रतिमा के साथ बहादुरी दिखा रहे हैं। अगर उनमें दम है तो मैदान में आएं और पंचायती चुनाव लड़ें। पंजाब में पहले पाकिस्तान की एजेंसी माहौल खराब करती थी अब अकाली दल के नेता कर रहे हैं।
बता दें, शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दिया भारत रत्न वापस लेने की मांग कर चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है, ताकि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दिया भारत रत्न वापस लेने संबंधी प्रस्ताव पारित किया जा सके।
सुखबीर ने कहा कि कैप्टन को स्पष्ट करना चाहिए कि पंजाब में कांग्रेस पार्टी पंजाबियों की भावनाओं का सम्मान करेगी या नहीं, राजीव गांधी को दिया भारत रत्न वापिस लेने की मांग करने वाला प्रस्ताव क्या लाएगी? इसकी बहुत ज्यादा अहमियत है, क्योंकि यह साबित करेगा कि पंजाब कांग्रेस सभी तक यह संदेश पहुंचाने के लिए कितनी गंभीर है। अकाली दल न सिर्फ इस प्रस्ताव का समर्थन करेगा, बल्कि यह भी अपील करेगा कि सभी लोगों को यह स्पष्ट संदेश भेजने के लिए इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया जाए कि मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए समाज में कोई जगह नहीं है।