पंजाब रोडवेज एक्शन कमेटी व पनबस यूनियन ने सरकार के खिलाफ सांझे संघर्ष का किया एेलान
उन्हाेंने अाराेप लगाया कि वित्तीय संकट का बहाना बनाकर लोगों के रोजगार छीनने की तैयारी चल रही है। पंजाब रोडवेज को कारपोरेशन में मर्ज करने की बात से यह साबित होता है कि सरकार सरकार कारपोरेट घरानों को बढ़ावा देने व मुनाफा देने का मौका हाथ से गंवाना नहीं चाहती।
जगराअाें, जेएनएन। पंजाब रोडवेज की एक्शन कमेटी व पनबस कंट्रेक्ट वर्कर यूनियन ने सांझे तौर पर गेट रैली की। गेट रैली में अवतार सिंह गगड़ा, कांट्रेक्ट यूनियन के जलौर सिंह तिहाड़ा, कर्मचारी दल के सुखपाल सिंह व इंटक के केवल सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार कोरोना की आड़ में सभी सरकारी विभागों का निजीकरण करने की तैयारी कर रही है।
उन्हाेंने अाराेप लगाया कि वित्तीय संकट का बहाना बनाकर लोगों के रोजगार छीनने की तैयारी चल रही है। पंजाब रोडवेज को कारपोरेशन में मर्ज करने की बात से यह साबित होता है कि सरकार सरकार कारपोरेट घरानों को बढ़ावा देने व मुनाफा देने के लिए कोरोना का मौका हाथ से गंवाना नहीं चाहती।
उन्होंने कहा कि पहले पिछले 20 वर्षों से रोडवेज को कोई बजट न देना, टाइमटेबल में प्राइवेट बस मालिकों को तवज्जो देना, नाजायज अापरेशन ट्रांसपोर्ट माफिया को छूट देना, कच्चे कर्मचारियों को पिछले 13 वर्षों से रेगुलर न करना विभाग को खत्म करने की रणनीति में है।
अब रोडवेज को कारपोरेशन में मर्ज करके एक विभाग का भोग डालना व लाेगों को गुलाम बनाने की तैयारी है। केंद्र सरकार की ओर से किसानी खिलाफ लाए काले कानून पर लेबर एक्टों में किए बदलाव तुरंत रद्द किए जाएं। गेट रैली ने वक्ताअाें ने कहा कि अधिकारों के लिए लड़ते हुए किसानों को सदा समर्थन देते है यदि सरकार ने एक्शन कमेटी की मांगें न मानी तो आने वाले समय में संघर्ष को तेज करेंगे।
इस मौके पर डिपू नेता कर्मचारी दल के परमजीत सिंह, गुरदीप सिंह, जगसीर सिंह हनेरी, हरमीत सिंह, कंट्रेक्टर वर्कर दविंदर सिंह, जसपाल सिंह, इंटक के गुरमेल सिंह, चननप्रीत सिंह के अलावा सहित बड़ी गिनती में वर्करों ने भाग लेकर सरकारों के खिलाफ राेष जताया।