पानी बचाने के लिए बनाए जाएंगे Recharge Well, ग्राउंड वाटर का लेवल भी रहेगा maintain
ग्रेटर लुधियाना डवलपमेंट अथॉरिटी शहर के अलग-अलग हिस्सों में रीचार्ज वेल बनाने जा रही है। इन कवायदों से ग्राउंड वाटर लेवल को मेंटेन किया जा सकेगा
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। राज्य में भू जल स्तर हर साल ढाई से साढ़े तीन फुट तक नीचे गिर रहा है। नतीजा यह है कि 138 में से 110 ब्लॉक डार्क जोन में शामिल हो चुके हैं। विशेषज्ञों ने चिंता जताई थी कि अगर इसी तेजी से जमीनी पानी निकलता रहा और जमीन के अंदर पानी नहीं जाता है तो पंजाब रेगिस्तान में तब्दील हो सकता है। इस बरसात में करोड़ों लीटर पानी जमीन के अंदर जाएगा और ग्राउंड वाटर लेवल मेंटेन करने में मदद मिलेगी। सरकार ने जहां कॉलोनियों और 120 गज से अधिक के मकानों में रेन वाटर रीचार्ज वेल बनाना जरूरी कर दिया, वहीं ग्रेटर लुधियाना डवलपमेंट अथॉरिटी शहर के अलग-अलग हिस्सों में रीचार्ज वेल बनाने जा रही है। इन कवायदों से ग्राउंड वाटर लेवल को मेंटेन किया जा सकेगा और साथ ही शहर में वाटर लॉगिंग की समस्या से भी निजात मिल जाएगी।
पानी बचाने के लिए कसी कमर
ग्रेटर लुधियाना डवलपमेंट अथॉरिटी ने पानी बचाने के लिए कमर कस ली है। अगले बरसाती सीजन से पहले ग्लाडा शहर के अलग-अलग अर्बन एस्टेट्स में ग्राउंड वाटर रीचार्ज वेल बनाने जा रहा है। इसकी शुरुआत सेक्टर 32 ए से की जा रही है। सैंपल के तौर पर ग्लाडा अपने दफ्तर कैंपस में एक वेल तैयार कर रहा है। उसके बाद शहर के उन उन अर्बन एस्टेट में रीचार्ज वेल बनाए जाएंगे, जहां-जहां पर वाटर लॉगिंग की समस्या आती है। ग्लाडा की कॉलोनियों में सेक्टर 32 ए में सबसे ज्यादा वाटर लॉगिंग की समस्या है। ऐसे में ग्लाडा ने सबसे पहले इसी कॉलोनी में 13 रीचार्ज वेल बनाने का फैसला किया है। इसके अलावा ग्लाडा उन सभी कॉलोनियों का सर्वे कर रहा है जहां पर बरसात में वाटर लॉगिंग होती है।
ग्लाडा से अप्रूव्ड निजी कॉलोनियों में बनेंगे रीचार्ज वेल
ग्लाडा से अप्रूव्ड निजी कॉलोनियों में भी रेन वाटर रीचार्ज वेल बनाए जाएंगे। ग्लाडा की तरफ से डवलपर को भी कहा गया है कि वह अपनी कॉलोनियों में उन-उन जगहों पर रीचार्ज वेल बनाएं, जहां जहां पर वाटर लॉगिंग होती है। इसके अलावा जो नई कॉलोनियां बनाई जाएंगी, उनमें ग्राउंड वाटर रीचार्ज वेल बनाने जरूरी हैं। बिना रीचार्ज वेल के किसी भी कॉलोनी को न तो रेगुलर किया जाएगा और न ही अवरुद्ध किया जाएगा।
120 वर्ग गज में घर बनाने पर बनाना होगा रेनवाटर रीचार्ज वेल
पंजाब सरकार ने नए बिल्डिंग बायलॉज बनाए हैं, जिसके तहत अब 120 गज और इससे ज्यादा जगह में बनने वाले सभी मकानों में रेन वाटर रीचार्ज वेल बनाना जरूरी कर दिया है। नगर निगम लुधियाना अभी तक बिल्डिंग बायलॉज 2010 के तहत बिल्डिंग प्लान पास कर रहा है। इसके मुताबिक 200 गज से अधिक के प्लाट में मकान बनाते वक्त रेन वाटर रीचार्ज वेल बनाना जरूरी था, लेकिन अब सरकार ने इसे घटाकर 120 वर्ग गज कर दिया है। अगर घरों में रीचार्ज वेल नहीं बनाया जाता है तो चालान के साथ साथ इमारत को निगम की तरफ से किसी तरह की एनओसी जारी नहीं की जाएगी। कौंसिल ऑफ इंजीनियर्स के प्रधान कपिल अरोड़ा ने बताया कि सरकार का अच्छा कदम है। इससे भूजल को बचाया जाएगा।
सिटी पार्क, स्टेडियम व अन्य ओपन स्पेस पर भी बनाने होंगे रीचार्ज वेल
नए नियमों के मुताबिक नगर निगम, जिला प्रशासन या अन्य कोई भी सरकारी व प्राइवेट एजेंसी कोई पार्क, स्टेडियम या ओपन स्पेस डवलप करते हैं तो उन्हें भी रेनवाटर रीचार्ज वेल बनाने होगे। ओपन एरिया के हिसाब से रेनवाटर रीचार्ज वेल बनाए जाएंगे। ओपन स्पेस में रेन वाटर को टैंक में एकत्रित करके अन्य कार्यों में प्रयोग लाया जा सकता है या फिर इसे जमीन के अंदर छोड़ा जा सकता है।
कॉलोनी रेगुलर करने के लिए भी रखी है रेनवाटर रीचार्ज वेल की शर्त
बिल्डिंग बायलॉज से पहले सरकार ने अवैध कॉलोनियों को रेगुलर करने में भी रेन वाटर रीचार्ज वेल बनाने की शर्त रखी है। उस पॉलिसी में भी सरकार ने स्पष्ट किया है कि बिना रेन वाटर रीचार्ज वेल कॉलोनी को रेगुलर नहीं किया जाएगा।