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टिकट न मिलने से कांग्रेस के नेताओं के बगावती सुर तेज, ढिल्लों लड़ेंगे आजाद

पंजाब में विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों के बीच टिकट वितरण का दौर चल रहा है। राजीतिक दलों की टिकट सूची जारी होने के साथ ही बगावती तेवर भी तल्ख हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 01:50 AM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 01:50 AM (IST)
टिकट न मिलने से कांग्रेस के नेताओं के बगावती सुर तेज, ढिल्लों लड़ेंगे आजाद
टिकट न मिलने से कांग्रेस के नेताओं के बगावती सुर तेज, ढिल्लों लड़ेंगे आजाद

राजीव शर्मा, लुधियाना : पंजाब में विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों के बीच टिकट वितरण का दौर चल रहा है। राजीतिक दलों की टिकट सूची जारी होने के साथ ही बगावती तेवर भी तल्ख हो रहे हैं। 25 जनवरी को कांग्रेस ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की। इस सूची में समराला के मौजूदा विधायक अमरीक ढिल्लों का टिकट कट गया। जगराओं से पार्टी ने हाल ही में आप से आए रायकोट के विधायक जगतार सिंह हिस्सोवाल को पैराशूट से लांच कर उम्मीदवार बना दिया, जबकि साहनेवाल से पूर्व सीएम राजिदर कौर भट्टल के दामाद बिक्रम बाजवा को टिकट दे दिया। इस ऐलान के साथ ही इन हलकों में कांग्रेस के बीच बगावग के सूर प्रखर हो गए और उम्मीदवारों को बदलने की मांग तेज होने लगी। हालत यह है कि समराला के विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों ने तो वीरवार को ही आजाद उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भी कर दिया। जबकि साहनेवाल व जगराओं में भी बैठकों का दौर जारी है। साफ है कि नेताओं के बगावती तेवर चुनाव में कांग्रेस पर भी भारी पड़ सकते हैं। हालांकि आलाकमान की तरफ से इनको मनाने का सिलसिला भी जारी है, लेकिन अभी तक विरोध के सुर शांत नहीं हुए हैं।

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जानकारी के अनुसार हलका जगराओं में वर्ष 2017 में कांग्रेस ने पूर्व मंत्री मलकीत सिंह दाखा को चुनाव मैदान में उतारा था और वे करीब 36 हजार वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस बार भी दाखा टिकट के प्रबल दावेदार थे। उनके अलावा जगराओं से पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री बूटा सिंह की बेटी गुरकीरत कौर, सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन गेजा राम, अवतार सिंह चीमना, राजेश इंद्र सिंह सिद्धू भी टिकट के दावेदार थे। मगर पार्टी ने जगतार सिंह हिस्सोवाल को टिकट दे दिया। हिस्सोवाल आप की ओर से पिछली बार रायकोट से विधायक चुने गए थे और हाल ही में वे आप छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे।

साहनेवाल में सिद्धू के भरोसे का बाद भी बिट्टंी को टिकट नहीं

इसी तरह हलका साहनेवाल से पिछले चुनाव में कांग्रेस ने सतविदर कौर बिट्टी को टिकट दिया था। बिट्टी अमेरिका से शिफ्ट होकर साहनेवाल आईं है। वर्ष 2017 में बिट्टी ने 58,633 वोट हासिल किए थे और वे दूसरे स्थान पर रही थी। पिछले पांच साल से बिट्टी लगातार साहनेवाल हलके में सक्रिय रहीं। पिछले दिनों साहनेवाल रैली में पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू बिट्टी को भरोसा भी दे गए थे, लेकिन टिकट उनको नहीं मिल पाया।

समराला में ढिल्लों की बगावत

हलका समराला से मौजूदा विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों ने पिछली बार 51930 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी। इस बार भी वे प्रबल दावेदार थे। इसके अलावा वे अपने पोते करणवीर की भी पैरवी कर रहे थे। मगर पार्टी ने ढिल्लों की अपील को दरकिनार करके पूर्व मंत्री कर्म सिंह गिल के बेटे रूपिदर सिंह राजा गिल को टिकट थमा दी। इससे आग बबूला होकर अमरीक ढिल्लों ने खुली बगावत की और आजाद लड़ने के लिए परचा भी दाखिल कर दिया।

नेताओं में नाराजगी, पार्टी हाईकमान को दिया अल्टीमेटम

हलका जगराओं में पूर्व मंत्री मलकीत सिंह दाखा के नेतृत्व में सभी दावेदारों एवं समर्थकों की बैठक हुई। बैटक में नेताओं अवतार चीमना, गेजा राम, राजेश इंद्र सिद्धू ने पार्टी हाईकमान से टिकट बदलने की मांग की और पार्टी को दो दिन का अल्टीमेटम दिया। नाराज नेताओं ने हाईकमान एवं पंजाब कांग्रेस प्रधान का पुतला भी फूंका। उधर, साहनेवाल में टिकट के 31 दावेदार थे। अब बाजवा को टिकट मिलने से बिट्टी एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पाल सिंह ग्रेवाल समेत कई नेता नाराज हैं। समर्थकों के साथ बैठक करके आगे की रणनीति तैयार करने में जुटे हैं। जबकि समराला में विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों ने अपने तेवर दिखा दिए हैं। मौजूदा परिस्थितयों से साफ है कि नेताओं की बगावत से निपटना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है।


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