पंजाब के बलजीत को घोड़ों ने किया मालामाल, शौक को काराेबार में बदल हर महीने कर रहे लाखों की कमाई
बलजीत सिंह के बेटे सन्नी अष्ट ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2007 में पहला घोड़ा घोड़ा खरीदा गया था वह देश भर में होने वाले मुकाबलों में हिस्सा लिया अब 2021 में उनके घोड़े किंग ने राष्ट्रीय स्तर के मुकाबलों में मुंबई के सहारन खेड़ा में पहला स्थान प्राप्त किया।
संसू, दोराहा (लुधियाना)। वैसे तो पंजाबियों के शौक पूरी दुनिया से अलग हैं, ऐसा ही एक मामला दोराहा शहर में देखने को मिला, जहां सोने के गहनों के शोरूम के मालिक बलजीत सिंह एवं उनके बेटे सन्नी अष्ट का घोड़ों के प्रति लगाव था। उन्होंने अपना शौक पूरा करते हुए एक घोड़ा खरीदा, वहीं यह शौक कब व्यापार में बदल गया, उनको खुद भी नहीं पता चला, अब उनके घोड़े ने राष्ट्रीय स्तर पर पहला इनाम हासिल कर पंजाब के छोटे से कस्बे दोराहा का नाम पूरे भारत में ऊंचा किया गया।
बलजीत सिंह के बेटे सन्नी अष्ट ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2007 में पहला घोड़ा घोड़ा खरीदा गया था, वह देश भर में होने वाले मुकाबलों में हिस्सा लिया, अब 2021 में उनके घोड़े किंग ने राष्ट्रीय स्तर के मुकाबलों में मुंबई के सहारन खेड़ा में पहला स्थान प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि जिस मुकाबले में उनका घोड़ा पहले स्थान पर आया है, वहां पिछले करीब 600 सालों से घोड़ों की मंडी लगती है, वहीं सन्नी के घोड़े ने अव्वल स्थान हासिल किया। इसके अलावा उनके घोड़े ने जोधपुर में हुई प्रतियोगिता में भी पहला स्थान प्राप्त किया। सन्नी ने बताया कि उनका घोड़ा नुकरा नस्ल का है जोकि काफी पहले ही भारत में कम हो गई थी।
घोड़ों के लिए फीड की फैक्ट्री लगाई
सन्नी अष्ट ने बताया कि वे अपने घोड़े को बढ़िया खुराक देने और उसे बढ़िया तैयार करने के लिए प्रयास करते हैं। जब उनका घोड़ा तैयार होकर लोगों में पसंद किया जाने लगा, तो उनके पास लोगों की डिमांड आई, जिस पर
उन्होंने अपने शौक को व्यापार का रूप दिया गया। अब सन्नी ने घोड़ों के लिए फीड की फैक्ट्री लगाई गई है, जो पूरे भारतवर्ष में सप्लाई की जाती है। उसके साथ साथ ही सन्नी घोड़ों की ब्रीडिंग भी करता है और घोड़े तैयार
कर उनकी बिक्री कर मोटा मुनाफा कमा रहा है। सन्नी बताते हैं कि दूर दूर से लोग उनके घोड़े किंग को देखने आते हैं, क्योंकि किंग बिल्कुल सफेद रंग का घोड़ा है और उस पर कोई भी दाग या निशान नहीं है। उन्होंने बताया कि इस घोड़े के चलते उनकी लोकप्रियता पूरे भारतवर्ष में हो गई है।