साहित्यकार एवं पंजाबी लेखक डा. एसएन सेवक का दिल्ली में निधन Ludhiana News
पीएयू में संग राइटर्स एसोसिएशन की स्थापना कर सेवक ने लगभग चार दशक तक यूनिवर्सिटी के अनेक विद्यार्थियों को साहित्य सृजन की राह पर आगे बढ़ाया। उन्होंने काव्य नाटक फरहाद सुकरात और गजल संग्रह रुत कंडियाली के अलावा कई महत्वपूर्ण रचनाएं लिखीं।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी (पीएयू) के भाषा, पत्रकारी और सभ्याचार विभाग के पूर्व प्रमुख व पंजाबी लेखक डा. एसएन सेवक का शनिवार को नई दिल्ली में निधन हो गया। वह पंजाबी सभ्याचार अकादमी के संस्थापक के अलावा जाने-माने निर्देशक भी थे।
पीएयू में संग राइटर्स एसोसिएशन की स्थापना कर सेवक ने लगभग चार दशक तक यूनिवर्सिटी के अनेक विद्यार्थियों को साहित्य सृजन की राह पर आगे बढ़ाया। उन्होंने काव्य नाटक फरहाद, सुकरात और गजल संग्रह रुत कंडियाली के अलावा कई महत्वपूर्ण रचनाएं लिखीं। वह जीवन सांझा और संचार के भी लंबे समय तक संपादक व संचालक रहे।
पत्नी अमृता सेवक के देहांत के बाद वह लगभग टूट गए थे। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर डा. एसपी सिंह, प्रोफेसर रविंदर, साहित्यकार गुरभजन गिल, रविंदर जस्सल, डा. निर्मल जौड़ा, मनजिंदर धनोआ, त्रिलोचन लोची, दलजीत सिंह जस्सल ने डा. सेवक के निधन पर शोक जताया है।
पंजाब कला भवन-16 में मिला था सम्मान
इससे कुछ दिन पहले ही पंजाब कला भवन-16 में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में पंजाब के 10 साहित्यकारों का सम्मान किया गया था, जिनमें डा. एसएन सेवक भी शामिल थे। कार्यक्रम में सभ्याचार मामलों के मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। कार्यक्रम से कुछ दिनों पहले ऑनलाइन कविता लेखन प्रतियोगिता करवाई गई, जिसके विजेताओं को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया था।
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