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Punjab Weather Update : पंजाब में मानसून की दस्तक; मोगा और बठिंडा में तेज बारिश के बाद जलभराव

Punjab Weather Update पंजाब में मानसून ने दस्तर दे दी है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान की मानें तो राज्य के कई जिलों में एक जुलाई को तेज बारिश की संभावना है। वीरवार रात बारिश के बाद शुक्रवार सुबह मोगा और बठिंडा में जलभराव की स्थिति देखने को मिली।

By Vinay KumarEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 09:03 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 09:03 AM (IST)
Punjab Weather Update : पंजाब में मानसून की दस्तक; मोगा और बठिंडा में तेज बारिश के बाद जलभराव
Punjab Weather Update : पंजाब के बठिंडा में बारिश के बाद जलभराव की स्थिति।

जागरण संवाददाता, लुधियाना : Punjab Weather Update : आखिरकार पंजाब में मानसून ने दस्तक दे दी। कई जिलों में वीरवार को तेज बारिश हुई। बाकी हिस्सों में भी शुक्रवार को मानसून सक्रिय रहा। मोगा और बठिंडा में तड़के हुई बारिश के बाद सड़कों पर जलभराव की स्थिति देखने को मिली।  मौसम विभाग की मानें तो राज्य के कई जिलों में तेज बारिश की संभावना है। आने वाले एक सप्ताह तक राज्य में अच्छी बारिश होने की भी उम्मीद है।

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पीएयू मौसम विभाग की प्रमुख डा. पीके किंगरा ने कहा कि पंजाब के उत्तर-पूर्व क्षेत्र, मसलन पठानकोट, होशियारपुर इलाके में मानसून की एंट्री हो गई है, जबकि लुधियाना और उसके आसपास के क्षेत्र में अभी प्री मानसून माना जा रहा है। वीरवार को पठानकोट, जालंधर, रूपनगर, नवांशहर सहित कई जिलों में तेज वर्षा हुई। बारिश से अधिकतम तापमान में लगभग 8 डिग्री सेल्यिस की गिरावट दर्ज की गई।

वीरवार को अमृतसर में अधिकतम तापमान 32.2, पठानकोट में 35.6, लुधियाना का 28.2 और पटियाला का 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक ओर जहां लगभग पूरे प्रदेश में वर्षा से तापमान सामान्य से लगभग सात डिग्री सेल्यिस नीचे गिरा, वहीं बठिंडा व फिरोजपुर में अधिकतम तापमान क्रमश: 42.2 व 42 डिग्री सेल्सियस रहा।

किसानों को मिलेगी राहत, धान की रोपाई ने पकड़ी तेजी

मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि बारिश का क्रम आगामी तीन जुलाई तक चलता रहेगा। कृषि विज्ञानी डा. आरके आनंद ने बताया कि मानसूनी बारिश से धान की रोपाई में ज्यादा मदद मिलेगी। जिन किसानों की नर्सरी तैयार हो गई है वे अति शीघ्र रोपाई प्रारंभ कर सकते हैं। जो किसान नर्सरी नहीं डाल पाए या वह खराब हो गई है, वे अब ड्रम सीडर मशीन से धान की सीधी बोआई लाइन में कर सकते हैं।

डा. आनंद ने किसानों को खेत के सभी मेड़ों को मजबूत कर वर्षा जल संरक्षण का सुझाव दिया है। बताया कि गिरते हुए जल स्तर को रोकने के लिए अधिक से अधिक वर्षा जल का संरक्षण करें। इससे मिट्टी का क्षरण भी रुक जाता है।


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