PAU से जुड़े बीज घोटाले के तार, सीड फार्म के पूर्व प्रमुख का बेटा है काका बराड़
पंजाब बीज घोटाले के तार पीएयू से जुड़ रहे हैं। मामले में गिरफ्तार काका बराड़ पीएयू के सीड फार्म के पूर्व प्रमुख का बेटा है।
लुधियाना [दिलबाग दानिश]। कांग्रेस सरकार के लिए मुसीबत बने धान के बीज घोटाले के तार पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (PAU) से जुड़ गए हैं। इस मामले में गिरफ्तार हरविंदर सिंह काका बराड़ के पिता हरदियाल बराड़ सीड फार्म के प्रमुख रहे हैं। सेवानिवृत्त होने के बाद उनकी ओर से ही बराड़ सीड्स नाम से बीज का काम शुरू किया गया था। इस कारण इनके संपर्क सीधे PAU के कई अधिकारियों से थे। पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। उधर, काका बराड़ को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार काका बराड़ के फोन कॉल डिटेल की पड़ताल की जा रही है। इसके अलावा फर्म का रिकार्ड भी देखा जा रहा है। PAU के कुछ अधिकारी भी पुलिस के स्कैनर पर हैैं। हरदियाल सिंह बराड़ के साथी रहे पूर्व अधिकारी ने बताया कि बराड़ यूनिवर्सिटी में करीब तीस साल तक तैनात रहे हैं। वह कृषि विज्ञानियों द्वारा आविष्कार किए बीजों को खेतों में उगाकर चेक करने का काम करते थे। 1985 के आसपास सेवानिवृत्त होने के बाद बीज का अपना काम शुरू किया। हरदियाल ने ही PAU के सामने बीज बेचने की पहली दुकान खोली थी और इसके बाद आधा दर्जन दुकानें खुल गईं। हालात तो यह थे कि जो बीज PAU से नहीं मिलता था वह उनकी दुकान में था। PAU में इनके ऐसे संबंध थे कि उनके पास बीजों की हर जानकारी सबसे पहले होती थी।
तीन गुणा ज्यादा रेट पर बीज बेचने की भी जांच
यह भी पता लगा है कि बराड़ सीड्स की ओर से खुद भी बीज तैयार किए जाते थे और इसे PAU के रेट से तीन गुणा दाम पर बेचा जाता था। इसकी भी जांच पुलिस ने शुरू की है। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार बराड़ सीड्स की ओर से पिछले समय के दौरान बीजों से संबंधित की गई बिलिंग समेत दूसरे रिकार्ड की भी जांच होगी, ताकि पता चल सके कि वह किस-किस अन्य फर्म के साथ काम करते रहे हैं।
अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी : एसीपी
एसीपी जतिंदर चोपड़ा के अनुसार हरविंदर सिंह काका बराड़ को जज जसविंदरपाल सिंह की अदालत में सोमवार को पेश किया गया। पुलिस ने उसे दो दिन के रिमांड पर लिया है। अभी केस की जांच के बारे में कुछ भी कह पाना जल्दबाजी होगा। जांच चल रही है और सीनियर अधिकारी भी पूछताछ कर रहे हैं।
कोर्ट में दिसंबर तक के लाइसेंस की दलील दी
हरविंदर सिंह काका बराड़ के वकील बिक्रम सिंह सिद्धू का कहना है कि अदालत में दलील दी है कि उनके पास दिसंबर 2020 तक का लाइसेंस है। कागजात पर ही PAU से बीज खरीदा गया है, इसलिए यह केस ही नहीं बनता है।
यह है मामला
PAU के गेट नंबर एक सामने स्थित बराड़ सीड स्टोर से धान की पीआर-128 और पीआर-129 बीज के नाम से नकली बीज बेचा जा रहा था जिसे अभी पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) ने मंजूरी भी नहीं दी थी। यही नहीं, किसानों को 70 रुपये किलो का बीज तीन गुणा कीमत पर 200 रुपये किलो में बेचा जा रहा था। इन बीजों के सैैंपल फेल पाए गए हैैं। पुलिस ने रविवार को काका बराड़ को गिरफ्तार किया था।