पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने किया सीईटीपी का दौरा, 80 प्रतिशत काम हाे चुका है पूरा
फोकल प्वाइंट में बनाए जा रहे 40 एमएलडी के कॉमन एंफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) के निर्माण की समीक्षा को लेकर पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) की टीम ने एसपीवी संग बैठक की। इस दौरान सीनियर इन्वायरमेंटल इंजीनियर संदीप बहल ने टीम सहित प्लांट का दौरा किया।
लुधियाना, जेएनएन। फोकल प्वाइंट में बनाए जा रहे 40 एमएलडी के कॉमन एंफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) के निर्माण कामाें की समीक्षा को लेकर पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) की टीम ने एसपीवी संग बैठक की। इस दौरान सीनियर इन्वायरमेंटल इंजीनियर संदीप बहल ने टीम सहित प्लांट का दौरा किया।
इस दौरान उन्होंने एसपीवी और एलएंडटी से निर्माण कार्यों को लेकर जानकारी हासिल की। इस दौरान इन्वायरमेंट इंजीनियर गुरबख्श सिंह गिल ने बताया कि सीईटीपी का निर्माण समय पर कंपनी और एसपीवी पूरा नहीं करवा सकी है। कंस्ट्रक्शन वर्क 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। लेकिन इसको वर्किंग में लाने में अभी कुछ समय लगेगा। उन्होंने कंपनी को समय पर काम पूरा करने के अादेश दिए हैं।
कोविड-19 के चलते लेबर की कमी के कारण काम में देरी
एसपीवी चेयरमैन विजय मेहतानी ने कहा कि शीघ्र बाकी रहते कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। कंपनी प्रवक्ता ने कहा कि कोविड-19 के चलते लेबर की कमी के कारण काम में देरी हुई है। अब 31 अक्टूबर तक प्रोजेक्ट को पूरा करने की पूर्ण कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस साइट के 12 इंजीनियर कोविड-19 की चपेट में आ गए थे। उनको दो सप्ताह के लिए क्वारंटाइन करना पड़ा था। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि 31 दिसंबर तक हर हाल में प्रोजेक्ट को चालू किया जाए।
लाखों लीटर पानी दोबारा इस्तेमाल लायक बनाया जाएगा
प्रदेश सरकार ने फोकल प्वाइंट को 4.18 करोड़ और ताजपुर रोड सीईटीपी को छह करोड़ जारी कर दिए थे। पंजाब डायर्स एसो के चेयरमेन अशोक मक्कड़ एवं सचिव बॉबी जिंदल ने कहा कि हम सरकार का इसके लिए धन्यवाद करते है। इससे अब दोनों प्रोजेक्ट तेजी पकड़ेंगे और काम जल्द पूरा हो जाएगा। इससे इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाला लाखों लीटर पानी दोबारा इस्तेमाल लायक बनाया जाएगा।