लुधियाना के ताजपुर रोड की डाइंग में PPCB की छापेमारी, पानी के सैंपल लेकर जांच काे भेजे
पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) की लुधियाना टीम ने ताजपुर रोड स्थित महावीर एन्कलेव में डाइंग इंडस्ट्री पर दबिश दी। इस दौरान बिना ट्रीटेड पानी को सीवरेज में डालने का मामला सामने आया। इस पर टीम ने पानी के सैंपल लेकर जांच शुरू कर दी।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (PPCB ) की लुधियाना टीम ने ताजपुर रोड स्थित महावीर एन्कलेव में डाइंग इंडस्ट्री पर दबिश दी। इस दौरान बिना ट्रीटेड पानी को सीवरेज में डालने का मामला सामने आया। इस पर टीम ने पानी के सैंपल लेकर जांच शुरू कर दी।
इससे पूर्व इसी सप्ताह विभाग की ओर से फोकल प्वाइंट फेज 8 की दस यूनिटों पर दबिश दी थी व चार सैंपल गलत पाए गए थे। इसी तरह दो दिन पूर्व भी एक नामी डाइंग में अनियमितता पाई गई। पंजाब डायर्स एसोसिएशन के महासचिव बॉबी जिंदल का कहना है कि डाइंग उद्योग प्रदूषण के मानक पूरे कर रहा है। इंडस्ट्री के लिए अपना अलग से CETP भी बनाया जा रहा है।
अस्थायी तौर पर डाइंग का गंदा पानी एसटीपी पर पहुंचाया जा रहा है। निगम की ओर से तोड़ी हौदी को भी बना दिया गया है। अब पानी बुड्ढे दरिया में नहीं जा रहा है। इंडस्ट्री प्रदूषण के तमाम मानक पूरे कर रही है। ऐसे में उद्योगों को राहत दी जाए।
ताजपुर रोड पर डाइंग उद्योग बना रहा नया सीईटीपी
ताजपुर रोड की डाइंग इकाइयां सरकार की स्कीम के तहत पचास एमएलडी की क्षमता का कॉमन एफ्ल्यूऐंट ट्रीटमेंट प्लांट-CETP बना रही हैं। इस प्लांट पर 65 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। अभी तक करीब तीस करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। जिन इकाईयों को बंद किया गया है, वे भी इस डाइंग कलस्टर में शामिल हैं। डाइंग इकाईयों से सीईटीपी तक गंदा पानी पहुंचाने के लिए आठ करोड़ रुपये की लागत से अलग से नई सीवरेज पाईप लाइन भी डाली गई है।