पंजाब की सियासत में भांजों ने डुबो दी मामाओं की नैया, पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी सहित यह नेता बने शिकार
Punjab Politicsः राज्य की सियासत में भांजाें ने कई नेताओं की लुटिया ही डूबाेकर रख दी। विजय सिंगला से पहले पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी के भांजे भूपिंदर हनी की अवैध खनन मामले में हुई गिरफ्तारी ने उनके राजनीतिक करियर को बर्बाद कर दिया।
गुरप्रेम लहरी, बठिंडा। महाभारत में मामा शकुनी का प्यार भांजे दुर्योधन पर भारी पड़ा था, लेकिन पंजाब की सियासत में भांजों ने मामाओं की लुटिया डुबो दी। मंगलवार को भ्रष्टाचार में गिरफ्तार किए गए पूर्व सेहत मंत्री डा. विजय सिंगला की नैया डुबोने में उनके भांजे प्रदीप बंसल का अहम योगदान रहा है।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपिंदर हनी की अवैध खनन मामले में हुई गिरफ्तारी ने उनके राजनीतिक करियर को बर्बाद कर दिया। इसके अलावा कांग्रेस नेता पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री पवन बंसल की नैया भी उनके भांजे ने ही रिश्वत लेकर डुबोई दी थी।
पूर्व मंत्री सिंगला के भांजे ने मांगी थी कमीशन
पूर्व सेहत मंत्री डा. विजय सिंगला की नैया डुबोने में उनके भांजे प्रदीप बंसल का अहम योगदान रहा है। प्रदीप ही अपने मामा डा. विजय सिंगला का पूरा कारोबार देखते थे। मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से कराए गए स्टिंग आपरेशन में भी भांजे ने ही कमीशन की मांग की थी। हालांकि इसमें मामा पर भी आरोप हैं लेकिन इस पूरे मामले का सूत्रधार भांजा प्रदीप बंसल ही रहा।
अवैध खनन : चन्नी को ले डूबा भांजा हनी
पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को भी उनके भांजे भूपिंदर सिंह हनी का रिश्ता रास नहीं आया। खुद तो डूबा साथ में अपने मामा चन्नी को भी ले डूबा। अवैध खनन मामले में हनी ने मामा चन्नी को भी फंसा गया। पुलिस ने हनी के घर पर रेड करके 10 करोड़ कैश, 12 लाख की रोलैक्स घड़ी, 21 लाख का सोना बरामद किया था। ईडी ने आठ करोड़ हनी के मोहाली के होमलैंड स्थित घर और दो करोड़ उसके पार्टनर संदीप के लुधियाना स्थित ठिकाने से बरामद किए थे।
पवन बंसल के भांजे ने ली थी 90 लाख की रिश्वत
कांग्रेस सरकार के समय केंद्रीय मंत्री रहे पवन बंसल को भी भांजे विजय सिंगला से प्रेम महंगा पड़ गया था। रेल मंत्री के भांजे पर रेलवे में प्रमोशन दिलाने के नाम पर रेलवे बोर्ड के मेंबर से 90 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरेाप लगे थे। पवन कुमार बंसल के भांजे विजय सिंगला ने रेलवे बोर्ड के सदस्य महेश कुमार से प्रमोशन दिलाने के नाम पर 90 लाख रुपये लिए। पश्चिम रेलवे में जीएम महेश कुमार प्रमोशन चाहते थे। इसके लिए उन्होंने सिंगला और उनके दोस्त से संपर्क साधा था, लेकिन बाद में पकड़े गए थे।