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पंजाब सरकार की बड़ी कार्रवाई, नियमों का उल्लंघन करने वाली लुधियाना की तीन यूनिटों पर 2.46 करोड़ का जुर्माना

विज्ञान प्रौद्योगिकी और पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग वर्मा ने नियमों का उल्लंघन करने वाली तीन यूनिटों पर कार्रवाई कर भारी जुर्माना लगाया है। बोर्ड को इलेक्ट्रोप्लेटिंग और एसिड पिकलिंग इकाइयों की ओर से नियमों का उलंघन करने की शिकायत मिली थी।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 02:58 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 02:58 PM (IST)
पंजाब सरकार की बड़ी कार्रवाई, नियमों का उल्लंघन करने वाली लुधियाना की तीन यूनिटों पर 2.46 करोड़ का जुर्माना
पंजाब सरकार ने नियमों का पालन नहीं करने पर लुधियाना की तीन यूनिटों पर कार्रवाई की है। सांकेतिक चित्र।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। पंजाब सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण संबंधित नियमों का पालन नहीं करने पर लुधियाना की तीन औद्योगिक यूनिटों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग वर्मा ने नियमों का उल्लंघन करने वाली तीन यूनिटों पर कार्रवाई कर भारी जुर्माना लगाया है। बोर्ड को इलेक्ट्रोप्लेटिंग और एसिड पिकलिंग इकाइयों की ओर से नियमों का उलंघन करने की शिकायत मिली थी। इसलिए बोर्ड ने अपने अधिकारियों के माध्यम से औचक निरीक्षण किया था।

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इस प्रक्रिया में इलेक्ट्रोप्लेटिंग इकाइयों के लिए कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) के काम करने के साथ-साथ स्पेंट एसिड के री-प्रोसेसर, जो अपने परिसर में इलाज के लिए एफ्लुएंट/खर्च किए गए एसिड को उठा रहे हैं, पर भी ध्यान दिया गया। बोर्ड ने कारण बताओ नोटिस जारी करके व्यक्तिगत सुनवाई की। इसके बाद, उल्लंघन करने वाली इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई की।

राजकेम ग्लोबल पर 1,14,62,500 का जुर्माना

लुधियाना में संचालित इलेक्ट्रोप्लेटिंग इकाइयों के लिए इस्तेमाल किए गए एसिड के साथ-साथ कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) के पुन: प्रसंस्करण में शामिल 02 री-प्रोसेसर इकाइयों को भी 2.46 करोड़ रुपये का पर्यावरणीय जुर्माना लगाया गया है। इसमें मैसर्स राजकेम ग्लोबल टेक्नोलॉजीज प्रा. लिमिटेड को 1,14,62,500 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

वहीं कोहाड़ा में स्थित दूसरी इकाई मेसर्स जे.बी.आर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चल रही थी। इस यूनिट पर 26.25 लाख रुपये का पर्यावरण जुर्माना लगाया गया है। इसी तरह, मेसर्स जे.बी.आर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित इलेक्ट्रोप्लेटिंग इकाइयों के लिए कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) में भी कई अनियमतायें पाई गई। इसलिए, सीईटीपी को 1,05,15,500 रुपये का पर्यावरण जुर्माना लगाया गया है।

प्रदूषण नियंत्रण कानूनों का पालन करें औद्योगिक इकाइयां

अनुराग वर्मा ने सभी उद्योगों से प्रदूषण नियंत्रण कानूनों का पालन करने का आह्वान किया, ताकि लोग स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त वातावरण में रह सकें। वर्मा ने कहा कि अगर कोई अधिकारी उद्योग जगत को बेवजह परेशान करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

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