अनुबंधित कर्मचारियों ने दिल्ली-लुधियाना एनएच किया जाम, एंबुलेंस को नहीं दिया रास्ता; बच्चे की मौत
नेशनल हाईवे पर जाम के कारण इस मार्ग का प्रयोग करने वाले पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश नई दिल्ली हरियाणा आदि राज्यों के हजारों वाहन चालकों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है। हाईवे पर पूरा दिन ट्रैफिक व्यवस्था अस्त-व्यस्त रही और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
जागरण संवाददाता, खन्ना (लुधियाना)। पंजाब के 11 विभागों के अनुबंधित कर्मचारियों की ओर से रविवार को अमृतसर-नई दिल्ली नेशनल हाईवे पर खन्ना में अनिश्चितकाल के लिए धरना शुरू कर दिया है। धरने के कारण जाम में फंसी एंबुलेंस को रास्ता न मिल पाने के कारण एक महीने के बच्चे की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद परिवार मौके से ही वापस लौट गया और परिवार ने अभी कोई पुलिस शिकायत नहीं की है। मृतक बच्चे का परिवार खन्ना के गांव मोहनपुर का रहने वाला है। बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर एंबुलेंस से बच्चे को खन्ना के एक अस्पताल में लाया जा रहा था लेकिन एंबुलेंस जाम में फंस गई।
बच्चे के पिता सोनी और मां काजल ने बताया कि वह प्रदर्शनकारियों की मिन्नतें करते रहे लेकिन उन्होंने एंबुलेंस को वहां से गुजरने के लिए रास्ता नहीं दिया। जब वह किसी तरह जाम से निकले तो अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनके बच्चे की मौत हो चुकी थी। उधर, नेशनल हाईवे पर जाम के कारण इस मार्ग का प्रयोग करने वाले पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, नई दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों के हजारों वाहन चालकों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है।
हाईवे पर पूरा दिन ट्रैफिक व्यवस्था अस्त-व्यस्त रही और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। ट्रैफिक पुलिस को वाहनों को संपर्क सड़कों से निकाला गया लेकिन संपर्क सड़कों पर भी कई जगह जाम जैसी स्थिति बनी रही। अनुबंधित कर्मचारियों ने विगत 17 दिसंबर को भी इसी स्थान पर हाईवे जाम किया था। इसके बाद वह कैबिनेट मंत्री गुरकीरत ¨सह कोटली ने मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी से कर्मचारियों की बैठक करवाई लेकिन वह बेनतीजा रही तो वह दोबारा आंदोलन की राह पर चल पड़े हैं। कई कर्मचारी अपने बच्चों के साथ धरने पर बैठे हैं।
लुधियाना-दिल्ली नेशनल हाईवे पर सड़क जाम करते ठेका कर्मचारियाें के समर्थन में कई संगठन भी आए। (जागरण)
आप जा रहे हैं हाईवे पर तो इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप दिल्ली से लुधियाना या जालंधर की तरफ जा रहे हैं तो या तो वाया चंडीगढ़ होकर आएं या खन्ना से समराला जाकर आगे जा सकते हैं। मालेरकोटला की तरफ से भी आगे जाया जा सकता है। वहीं अमृतसर, जालंधर से दिल्ली की तरफ जाने के लिए फगवाड़ा से वाया नवांशहर से होकर चंडीगढ़ या लुधियाना से समराला होकर आगे बढ़ा जा सकता है।