पंजाब चुनाव 2022: रण में हारे फिर भी आंखों के तारे, 2017 में चुनाव हारने वाले 7 नेता कांग्रेस का टिकट पाने में कामयाब
Punjab Chunav 2022ः पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने टिकट आवंटन को लेकर अलग मापदंड का सहारा लिया। कसौटी पर खरे उतरने वाले नेताओं को ही पार्टी ने टिकट दी है। मापदंड यही रहा कि टिकट का दावेदार चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाला ही हो।
जागरण टीम, बठिंडा/लुधियाना। Punjab Chunav 2022ः कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में जहां चार मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए, वहीं पिछला चुनाव हारने वाले 7 उम्मीदवारों को फिर मौका दिया गया है। प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने टिकट आवंटन को लेकर अलग मापदंड का सहारा लिया। इसके आधार पर कसौटी पर खरे उतरने वाले नेताओं को ही पार्टी ने टिकट देने का फैसला किया गया है। इसमें मापदंड यही रहा कि टिकट का दावेदार चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाला ही हो। वह भले ही पिछले चुनाव में जीता हो या उसे हार का सामना करना पड़ा हो। यही कारण है कि 2017 के चुनाव हारने वाले नेता इस बार भी टिकट हासिल करने में कामयाब हुए हैं। खास बात यह है कि ऐसा केवल कांग्रेस ने ही नहीं किया है। अन्य पार्टियां भी इसी तरह हारे हुए प्रत्याशी पर दाव लगाकर उसे अपना प्रत्याशी बनाती रही हैं।
बठिंडा देहाती से लाडी, तलवंडी साबो से जटाणा
2017 के विधानसभा चुनाव में बठिंडा देहाती हलके से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रूपिंदर कौर रूबी 51572 वोट लेकर विजयी बनी थीं, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार हरविंदर लाडी को 28939 वोट पड़े थे। 22633 वोटों के अंतर से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रुपिंदर का रूबी जीतकर विधायक बनी थीं। तलवंडी साबो विधानसभा हलके की बात करें तो वहां पर भी आम आदमी पार्टी की प्रोफेसर बलजिंदर कौर को 54319 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी खुशबाज जटाणा को 35071 वोट ही मिले थे। 19248 वोटों के अंतर से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी जीत गई।
सुजानपुर से नरेश पुरी
पठानकोट से कांग्रेस की ओर से सुजानपुर हलके से नरेश पुरी को टिकट दिया गया है। पहले दो बार कांग्रेस ने उनको टिकट नहीं दिया गया तो नरेश पुरी निर्दलीय के तौर पर दो बार सुजानपुर हलके से चुनाव लड़े थे। वह दोनों बार हार गए थे। उनके पिता रघुनाथ सहाय पुरी मंत्री भी रह चुके हैं।
आत्मनगर से कड़वल, दाखा से संधू
विधानसभा क्षेत्र आत्मनगर से कंवलजीत कड़वल और हलका दाखा से कैप्टन संदीप संधू को उतारा गया है। दोनों पिछला चुनाव हार गए थे। रायकोट से चुनाव हारने वाले अमर सिंह के बेटे कामिल अमर सिंह को टिकट दिया गया है।
सनौर से हैरी मान, लहरागागा से भट्ठल
पटियाला जिले के सनौर विधानसभा हल्के से हरिंदरपाल सिंह हैरी मान पिछले चुनाव में हार गए थे। कांग्रेस ने इस बार भी उनको ही टिकट दिया है। संगरूर के हलका लहरागागा से बीबी राजिंदर कौर भट्ठल को भी दोबारा मैदान में उतारा गया है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बीबी भट्ठल परमिंदर सिंह ढींडसा से हार गई थीं।