Coronavirus Effect: पंजाब बोर्ड ने काेरोनाकाल में भी बढ़ाई कई किताबों की कीमतें, जानें नए दाम
पिछले वर्ष की जारी रेट लिस्ट से तुलना करने पर 6वीं कक्षा की अंग्रेजी माध्यम की साइंस की किताब जोकि पिछले साल 61 रुपये की थी वह अब 86 रुपये में बच्चों को मिलेगी अर्थात 40 फीसद की वृद्धि वही सबसे अधिक वृद्धि की गई है।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। एक और जहां जनता काेरोना के कारण लगे लॉकडाउन से पैदा हुई आर्थिक बदहाली से अभी तक जूझ रही है, वहीं दूसरी तरफ पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने वर्ष 2021-22 के लिए जारी होने वाली कई किताबों के दामों में 40% से लेकर 172℅ तक की वृद्धि कर लोगों की कमर तोड़ने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) की प्रकाशन शाखा द्वारा जिला बुक डिपो मैनेजर और प्रकाशकों को 1 मार्च 2021 को जारी पत्र के अनुसार कई पुनः प्रकाशित होने वाली किताबों और नई किताबों में के दामों में भारी वृद्धि की गई है।
पिछले वर्ष की जारी रेट लिस्ट से तुलना करने पर 6 वी कक्षा की अंग्रेजी माध्यम की साइंस की किताब जो कि पिछले साल 61 रुपये की थी वह अब 86 रुपये में बच्चों को मिलेगी अर्थात 40 फीसद की वृद्धि की। सबसे अधिक वृद्धि छठी कक्षा की ही अंग्रेजी मीडियम की गणित की किताब में की गई है जिसकी पुरानी कीमत 61 रुपये थी जोकि अब बढ़कर 160 रुपये हो जाएगी। यानी 105 रुपये की वृद्धि जोकि 172 फीसद तक होती है । इसी प्रकार सातवीं कक्षा की अंग्रेजी माध्यम की गणित पहले 58 रुपये की थी जो अब 140 रुपये की हो गई है। 86 रुपये की वृद्धि जोकि 148 फीसद तक बनती है। पंजाबी माध्यम की गणित की किताब जोकि 61 रुपये में मिलती थी अब 144 रुपये की हो गई है यहां भी वृद्धि 136 फीसद तक की गई है।
इसी प्रकार सातवीं कक्षा की पंजाबी मीडियम की साइंस की पुस्तक अब 61 की बजाय 115 रुपये में मिलेगी अर्थात यहां भी 88 फीसद की वृद्धि की गई है गौरतलब बात यह है कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड और शिक्षा विभाग बकायदा समय-समय पर राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों जिनमें पंजाब बोर्ड से एफिलिएट, एसोसिएट सीबीएसई से एफिलेटेड आईसीएसई से संबंधित स्कूलों को आठ प्रतिशत से अधिक वृद्धि की अनुमति नहीं देता।
एफिलेटेड और एसोसिएटेड स्कूलों पर पड़ेगा भार
गौर करने वाली बात यह है कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत आठवीं कक्षा तक सभी किताबें निशुल्क उपलब्ध करवाती है और सीबीएसई ऐसी ऐसी स्कूलों से संबंधित स्कूलों में भी यह किताबें लागू नहीं होती। इसलिए इस वृद्धि का साराभार केवल पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड से एफिलेटेड और एसोसिएटेड स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों पर पड़ेगा।