किसान संगठनों ने मोदी सरकार के पुतले फूंके
कृषि विधेयक के खिलाफ विभिन्न किसान संगठनों ने गांव स्तर तक अर्थी फूंक प्रदर्शन किया। मोदी सरकार की अर्थी उठा कर ग्रामीण किसानों और मजदूरों द्वारा रोष मार्च करते हुए विभिन्न गांवों की चौपालों पर अर्थी फूंकी गई।
संस, जगराओं : कृषि विधेयक के खिलाफ विभिन्न किसान संगठनों ने गांव स्तर तक अर्थी फूंक प्रदर्शन किया। मोदी सरकार की अर्थी उठा कर ग्रामीण किसानों और मजदूरों द्वारा रोष मार्च करते हुए विभिन्न गांवों की चौपालों पर अर्थी फूंकी गई। कृषि संबंधी काले कानून रद करो, सरकारी खरीद जारी रखो, भाजपा की कारपोरेट पक्षी हुकूमत मुर्दाबाद के नारे लगाए गए और लोगों को इन कानूनों को रद करवाने के लिए पंजाब की 31 किसान संगठनों के आह्वान पर 25 सितंबर को भारत समेत पंजाब बंद को सफल बनाने के लिए आगे आने का निवेदन किया गया।
गांव गालिब कला , सवदी खुर्द, रामगढ़, मलसीहा भाईका, रसूलपुर, भुमाल आदि गावों में अर्थी फूंक प्रदर्शन किए गए। भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान हरदीप सिंह गालिब ने कहा कि भाजपा द्वारा अपना असली चेहरा बेनकाब कर दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब हरियाणा समेत देश के किसान हर कुर्बानी देकर इन काले कानूनों को रद्द करवाने के लिए संघर्ष करेंगे। यह प्रदर्शन इसी तरह आगे भी जारी रहेंगे। इस अवसर पर दर्शन सिंह , सुखदेव सिंह, सुरजीत सिंह, निर्मल सिंह, रामसरण और जगराज सिंह समेत अन्य उपस्थित थे। 25 को किसानों के पंजाब बंद को बसपा का समर्थन
जागरण संवाददाता, लुधियाना : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) कृषि सुधार कानून के विरोध में किसान संगठनों के 25 सितंबर के पंजाब बंद को समर्थन देगी।
पार्टी के वरिष्ठ नेता मास्टर रामानंद ने जमालपुर में आयोजित बैठक में कहा कि केंद्र सरकार ने देश का सारा ढांचा ही तहस नहस कर दिया है। कारपोरेट जगत को मजबूत करने के लिए नीतियां बनाई जा रही हैं। खेती सुधार कानून इसके ताजा उदाहरण हैं। इनसे कारपोरेट सेक्टर को अपनी मर्जी से कृषि क्षेत्र में घुसपैठ करने का अवसर मिलेगा।
नेताओं ने वर्करों को अपील की है कि वे किसानों के समर्थन में 25 सितंबर को सड़कों पर उतरें। इस अवसर पर राजिदर काका, अजय चौहान, विक्की कुमार, भीम सैन, एमएस बैंस, विशाल पारस, दिलप्रीत सिंह, जतिदर सिंह समेत कई नेता भी मौजूद रहे।