लुधियाना में Cricketer सिद्धार्थ कौल बाेले-चोटिल होने के बाद वापसी की प्रक्रिया काफी कठिन
पंजाब रेड की ओर से खेलने आए सिद्धार्थ कौल का सफर पंजाब टीम से वर्ष 2007 से हुआ। प्रथम श्रेणी में शानदार प्रदर्शन से सिद्धार्थ की पारी 2013-14 में आइपीएल की दिल्ली डेयर डेवल्स से हुई। 12 जुलाई 2018 में पहला एकदिवसीय इंग्लैंड के खिलाफ खेलने का मौका मिला।
लुधियाना, जेएनएन। चोट लगने के बाद खिलाड़ियों का भारतीय टीम में वापसी करना काफी टफ होता है। प्रतिस्पर्धा के युग में कई खिलाड़ी लाइन में खड़े हैं, हर कोई मौका भुनाने में जुटा है। चाहे आइपीएल हो, टी-20 की रेस या एकदिवसीय क्रिकेट। राज्य स्तरीय लीग को ही ले लें। आइपीएल से लेकर रणजी खिलाड़ी प्लेटफार्म तराश रहा है। यह कहना है क्रिकेटर सिद्धार्थ कौल का। वह लुधियाना में आयाेजित प्रतियाेगिता में हिस्सा लेने आए थे।
पंजाब रेड की ओर से खेलने आए सिद्धार्थ कौल का सफर पंजाब टीम से वर्ष 2007 से हुआ। प्रथम श्रेणी में शानदार प्रदर्शन से सिद्धार्थ की पारी 2013-14 में आइपीएल की दिल्ली डेयर डेवल्स से हुई। 12 जुलाई 2018 में पहला एकदिवसीय इंग्लैंड के खिलाफ खेलने का मौका मिला, उसके बाद ही टी-20 डेब्यू वर्ष 2018 को ही आयरलैंड के खिलाफ किया।
पहले के मुकाबले क्रिकेट तेज हो गई
कौल का कहना है कि पहले के मुकाबले क्रिकेट तेज हो गई है। खिलाड़ियों को भी अब निरंतर परफार्मेंस देनी होगी, तभी टीम में रहेगा। जो दिखता है, वही बिकता है, बस आपको खेल में दिखना व दिखाना होगा। मुंबई इंडियंस के खिलाफ सबसे ज्यादा रन लुटाने पर निराशा व्यक्त करते कौल ने कहा कि अच्छा मौका मिला था, जिसको भुनाने में असफल रहा। उन्हाेंने कहा कि आने वाले दिनाें में वह बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं। इसके अलावा भारतीय टीम में भा वह बेहतर कर गुजरेंगे।