शिक्षा बोर्ड की लेटलतीफी का फायदा उठा रहे निजी प्रकाशक, कर रहे मोटी कमाई
पंजाब शिक्षा बोर्ड की ढीली कार्यप्रणाली के चलते लुधियाना में निजी प्रकाशक खूब पैसा कमा रहे हैं। घोषणा के एक दिन बाद ही प्रकाशक पुस्तकें बाजार में बेच रहे हैं।
लुधियाना, जेएनएन: पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा के सिलेबस को लेकर उपजे विवाद में निजी प्रकाशकों को मोटा मुनाफा होने लगा है। निजी प्रकाशकों ने एक बार फिर से बोर्ड की लेटलतीफी का फायदा उठाकर कमाई करनी शुरू कर दी। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने सिलेबस व पेपर पैटर्न लागू करते समय घोषणा की थी कि बोर्ड जल्दी ही अपने मॉडल टेस्ट पेपर वेबसाइट पर अपलोड करेगा। बोर्ड अभी मॉडल टेस्ट पेपर बनाने की योजना पर ही काम कर रहा है। वहीं निजी प्रकाशकों ने बोर्ड की तरफ से सिलेबस और पेपर पैटर्न लागू करने के अगले दिन ही अपनी गाइड व मॉडल टेस्ट पेपर बाजार में उतार दिए। समय कम होने होने की वजह से विद्यार्थी अब निजी प्रकाशकों की गाइड व मॉडल टेस्ट पेपर खरीदने के लिए मजबूर हैं।
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने शिक्षा सत्र शुरू होते ही 11वीं व 12वीं कक्षा के इतिहास का सिलेबस बदल दिया। बोर्ड ने पहली बार अपनी किताबें प्रकाशित करवाईं, लेकिन किताब पर विवाद होने की वजह से सिलेबस में फिर बदलाव किया गया। बोर्ड ने वेबसाइट पर पांच चेप्टर अपलोड किए और उससे पढ़ाई शुरू हुई। बाद में इस सिलेबस पर भी विवाद हो गया। तब मुख्यमंत्री ने फिर से पिछले साल वाला सिलेबस पढ़ाने की घोषणा की। बोर्ड ने पिछले सप्ताह इसका नोटिफिकेशन जारी किया। बोर्ड ने जैसे ही सिलेबस बदलने का नोटिफिकेशन जारी किया, उसके एक दिन बाद ही निजी प्रकाशकों ने मॉडल टेस्ट पेपर व गाइड बाजार में उतार दीं।
उठा सवाल
अब सवाल यह उठता है कि बारहवीं कक्षा के इतिहास का सिलेबस जारी होने के अगले दिन से बाजार में गाइड व मॉडल टेस्ट पेपर कैसे आ गए, क्योंकि जब तक पेपर पैटर्न के बारे में बोर्ड ने नोटिफिकेशन ही नहीं किया तो निजी प्रकाशकों ने वह पैटर्न कहां से जारी कर दिया? वहीं पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड अभी तक अपने मॉडल टेस्ट पेपर प्रिंट करना तो दूर वेबसाइट पर भी अपलोड नहीं कर पाया। इसकी वजह से बच्चे निजी प्रकाशकों के मॉडल टेस्ट पेपर व गाइड खरीदने को मजबूर हैं। वहीं बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि बारहवीं कक्षा के लिए जल्दी ही वेबसाइट पर मॉडल टेस्ट पेपर अपलोड कर दिए जाएंगे।