पेयजल संकट से मिलेगी निजात, नहर से शहर को पेयजल सप्लाई की योजना धरातल पर उतारने की तैयारी
नहर से पीने के पानी की सप्लाई योजना से शहर के लाेगाें काे राहत मिलने के अासार है। लंबे समय में लुधियाना जिले के कई इलाकाें में लाेगाें काे पेयजल संकट का समाना करना पड़ता था।
लुधियाना, जेएनएन। नहर से पीने के पानी की सप्लाई योजना को अब धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू हो गई। पंजाब सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 50 एकड़ जमीन अधिग्रहित करने की मंजूरी दे दी। वहीं जिला प्रशासन ने भी इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया।
डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा ने 28 जुलाई दिन मंगलवार को निगम कमिश्नर, निगम इंजीनियरों, रेवेन्यू अफसर, वाटर सप्लाई डिपार्टमेंट के अफसरों की बैठक बुलाई है। इसमें डीसी शर्मा व निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल इस प्रोजेक्ट पर विस्तृत चर्चा करेंगे और उसके बाद पायल तहसील के रामपुर गांव में जमीन अधिग्रहण पर फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब है कि कैबिनेट की बैठक में जमीन अधिग्रहण को मंजूरी दी जा चुकी है। लुधियाना में नहरी पानी से पीने के पानी की सप्लाई देने को लेकर लंबे समय से प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा था। विश्व बैंक की योजना के तहत इस प्रोजेक्ट के लिए फंड कर्ज के तौर पर नगर निगम को मिलेगा। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 3227 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। इससे शहर में करीब सवा सौ पानी के ओवरहेड टैंक बनाए जाएंगे और पूरे शहर की वाटर सप्लाई पाइपों को बदला जाएगा।
इस प्रोजेक्ट के लिए नगर निगम को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाना है जिसके लिए करीब 50 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी। पहले यह प्लांट लोहारा के पास प्रस्तावित था लेकिन वहां पर कुछ तकनीकी खामियों के कारण ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगाया जा सकता। इस वजह से इसे अब पायल तहसील के रामपुर गांव में तैयार किए जाने का प्रस्ताव है।
मंगलवार को होने वाली बैठक में डिप्टी कमिश्नर व निगम कमिश्नर जमीन अधिग्रहण से पहले की तैयारी करेंगे ताकि तब कोई दिक्कत न हो। पहले फेज में बनेंगी टंकियां व ट्रीटमेंट प्लांट यह प्रोजेक्ट दो फेजों में पूरा किया जाएगा। पहले फेज में 1092 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। इस राशि में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और 125 पानी की टंकियां बनाई जाएंगी। इसके अलावा इस फेज में 165 किलोमीटर सप्लाई लाइनें बिछाई जाएंगी। दूसरे फेज में शहर के अंदरूनी हिस्से में पानी की पाइपें बदली जानी हैं।