मलेशिया जाकर पैसा कमाने की चाहत ने दो दोस्त पहुंचाए जेल, जानें क्या है मामला
विदेश में जाकर पैसा कमाने की चाहत ने दो दोस्ताें को जेल पहुंचा दिया। दोनों दोस्त मलेशिया जाने के लिए तीन लोगों झांसे में आए गए थे।
जेएनएन, खन्ना। विदेश में जाकर पैसा कमाने की चाहत ने दो दोस्ताें को जेल पहुंचा दिया। दोनों दोस्त मलेशिया जाने के लिए तीन लोगों झांसे में आए गए थे।तीन लोगों ने दोनों दोस्तों से पैसे लेकर उन्हें मलेशिया तो भेज दिया, लेकिन उनकी वापसी की टिकट और होटल टिकट बुकिंग फर्जी ही थे, जिसकी वजह से वह मलेशिया के एयरपोर्ट पर ही पकड़े गए। दोनों दोस्तों काे नौ दिन तक जेल में रहकर पुलिस का टॉर्चर सहना पड़ा। पुलिस ने धोखाधड़ी करने के आरोप में पूर्व कांग्रेस पंच के बेटे सहित तीन लोगों को नामजद किया है। शिकायतकर्ता कुलवीर सिंह निवासी गांव बाहोमाजरा की शिकायत पर पुलिस ने रणधीर सिंह उर्फ बीटा निवासी गांव रसूलड़ा, लखविंदर सिंह निवासी बदेशी कलां थाना मूलेपुर जिला फतेहगढ़ साहिब, मनदीप सिंह उर्फ कमल कुमार निवासी गांव मीरपुर जिला फतेहगढ़ साहिब के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
शिकायतकर्ता कुलदीप सिंह के अनुसार वह और उसका दोस्त जगदीप सिंह पढ़ाई के बाद रोजगार की तलाश में थे। उनके गांव के हरदीप सिंह ने उन्हें कहा कि उसके मामा का दामाद रणधीर सिंह बीटा, लखविंदर सिंह, कमल कुमार विदेश भेजने का काम करते हैं। इस पर मलेशिया भेजने के बदले उन्होंने प्रति व्यक्ति 2 लाख 70 हजार रुपये की मांग की। इसके बाद दोनों ने अपने माता-पिता से बात की। शिकायतकर्ता के मुताबिक, 30 अगस्त 2018 को दोनों ने अपने पासपोर्ट और एक लाख 10 हजार रुपये रणधीर सिंह बीटा को उसके घर रसूलड़ा जाकर दिए। बाकी की रकम वीजा लगने के बाद देने की बात हुई।
तीन सितंबर 2018 को आरोपितों ने मलेशिया का टूरिस्ट वीजा लगवा दिया। पूछने पर उन्हें कहा कि एक बार मलेशिया पहुंचो, वहां जाकर वर्क परमिट लगवा देंगे। 15 सितंबर 2018 को वे मलेशिया पहुंच गए। मलेशिया के एयरपोर्ट पहुंचने पर उन्हें इमीग्रेशन वालों ने पकड़ लिया और बताया कि उनकी वापसी की टिकट तथा होटल की बुकिंग फर्जी है। उन्हें वहां पर नौ दिन जेल में रखा गया। पासपोर्ट, कपड़े, जरूरी कागजात, 40 हजार रुपये तथा मोबाइल उनसे छीन लिए गए। नौ दिन उन्हें बुरी तरह टॉर्चर किया गया। वहां से उन्होंने किसी तरह अपने घर बात की और उनसे टिकटें मंगवाकर भारत वापस आए। फिर घर आकर इन आरोपितों से पैसे मांगे तो उन्होंने देने से इन्कार कर दिया। पुलिस ने इस मामले में आरोपित रणधीर बीटा को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य दो आरोपित फरार हैं।